मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब औनलाइन शिकायतों का खुद निस्तारण व सत्यापन करेंगे। यही नहीं वह शिकायतकर्ताओं से संतुष्टि का फीडबैक भी लेंगे।
इसके अतिरिक्त फर्जी निस्तारण होने पर कार्यवाही भी औनलाइन करेंगे। दरअसल सीएम योगी एनेक्सी में बुलाई गई नोडल अधिकारियों की मीटिंग में कठोर मूड में नजर आए। मीटिंग में मुख्यमंत्री ने बोला कि सभी नोडल ऑफिसर अपने-अपने जिलों का निरीक्षण गंभीरता से करें।
मुख्यमंत्री ने बोला कि आईजीआरएस पोर्टल व सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों को गंभीरता से लेकर निस्तारण किया जाए। उन्होंने बोला कि शिकायतों के निस्तारण का सत्यापन मैं खुद औनलाइन करूंगा। शिकायतकर्ताओं से उनकी संतुष्टि की जानकारी करूंगा। फर्जी निस्तारण होने पर कार्यवाही भी औनलाइन करूंगा।
‘आम आदमी कभी झूठ नहीं बोलता है’
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बोला है कि आईजीआरएस पोर्टल व सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों पर महज औपचारिकता के तहत निस्तारण न करें। उसे गंभीरता से लेकर शिकायतकर्ता की संतुष्टि के मुताबिक निस्तारण करें। आम आदमी कभी झूठ नहीं बोलता है। उन्होंने बोला कि 75 जनपदों के निरीक्षण करने वाले नोडल ऑफिसर रिपोर्ट बनाते समय कोई भी संकोच न करें। नोडल ऑफिसर जनपद में निरीक्षण के साथ साथ पब्लिक व जनप्रतिनिधि से मिलें। उनसे फीडबैक लेकर प्रभावी कार्यवाही करें। वे अपने संबंधित जिले में समीक्षा मीटिंग के साथ ही भौतिक सत्यापन व निरीक्षण का काम गंभीरता से करें, इसे महज औपचारिकता न बनाएं।
केंद्रीय बजट के आधार पर बनाएं कार्ययोजना, भेजें केंद्र
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बोला कि केंद्रीय बजट को सभी विभाग के ऑफिसर अध्ययन कर, उसके आधार पर प्रदेश की जनता के बेहतरी के लिए अपने-अपने विभाग की कार्ययोजना तैयार करें। इस कार्ययोजना के साथ अपने विभाग के मंत्री को लेकर दिल्ली में केंद्रीय अधिकारियों के साथ बैठक करें। उसकी एक प्रतिलिपि सीएम ऑफिस को मुहैया करवाएं, जिससे आवश्यकता पड़ने पर वे खुद केंद्रीय मंत्रियों और पीएम से बात कर सकें।
उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया है कि 10 से 15 दिन में अपने-अपने विभाग की कार्ययोजना बनाकर केन्द्र सरकार के अधिकारियों को सौंपें। मुख्यमंत्री ने बोला कि सभी विभाग के ऑफिसर अपने विभाग की हर महीने समीक्षा करें। उसमें ये देखें कि उनके विभाग के लिए स्वीकृति धनराशि कितनी खर्च हुई है? कितना बाकी रह गया है?
मुख्यमंत्री ने जिलों का फीडबैक ठीक मिल पाए इसके लिए अपर मुख्य सचिव मुख्य, प्रमुख सचिव व सचिव स्तर के अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने नोडल ऑफिसर बनाया है, जो जिलों के कामकाज की सीधी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपते हैं।