मायावती ने कहा है कि उनके कार्यकाल में बनी सभी प्रतिमाएं, स्मारक और पार्क दलित और पिछड़े वर्ग के महान संतो और गुरुओं के आदर-सम्मान को दर्शाते हैं.
इसके साथ ही मायावती ने ट्वीट कर कहा कि मीडिया और विपक्षी दल सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश न करे. वे सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रखेंगी.
उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा, ”सदियों से तिरस्कृत दलित व पिछड़े वर्ग में जन्मे महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों के आदर-सम्मान में निर्मित भव्य स्थल / स्मारक / पार्क आदि उत्तर प्रदेश की नई शान, पहचान व व्यस्त पर्यटन स्थल हैं, जिसके आकर्षण से सरकार को नियमित आय भी होती है.”
इसके बाद दूसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा है, ”मीडिया कृप्या करके माननीय सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को तोड़-मरोड़ कर पेश ना करे. माननीय न्यायालय में अपना पक्ष ज़रूर पूरी मजबूती के साथ आगे भी रखा जायेगा. हमें पूरा भरोसा है कि इस मामले में भी मा. न्यायालय से पूरा इंसाफ मिलेगा. मीडिया व बीजेपी के लोग कटी पतंग ना बनें तो बेहतर है.”