महिला के वर्जिनिटी को लेकर, सोशल मीडिया पर पोस्ट हुआ इस प्रोफेसर का बयान

पश्चिम बंगाल के जाधवपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने महिलाओं को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर हर तरफ उनकी आलोचना हो रही है। कोलकाता स्थित विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कनक सरकार ने महिलाओं के कौमार्य को लेकर यह विवादित बयान दिया है। कनक सरकार ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए महिलाओं को कौमार्य की तुलना पेप्सी के ढक्कन और बिस्कुट के पैकेट से की है, जिसके बाद हर तरफ उनकी आलोचना हो रही है।

वर्जिन लड़की सील बंद बिस्कुट के पैकेट की तरह

कनक सरकार ने महिलाओं के कौमार्य को लेकर पोस्ट किया और लिखा, वर्जिन दुल्हन- आखिर क्यो नही। गौर करने वाले बात है कि उन्होंने इसे युवाओं के लिए मूल्य आधारित सामाजिक काउंसलिंग का नाम दिया है। पोस्ट में सरकार ने लिखा है कि कई लड़के हमेशा बेवकूफ रहते हैं, उन्हें वर्जिन लड़की के तौर पर पत्नी की जानकारी ही नहीं होती है। वर्जिन लड़की किसी सील बंद कोल्ड ड्रिंक की बोतल की तरह या फिर किसी सील्ड पैकेट की तरह होती है।

क्या आप टूटी हुई सील खरीदेंगे

सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रोफेसर ने लोगों से पूछा है कि क्या आप टूटी हुई सील वाली कोल्ड ड्रिंक की बोतल खरीदेंगे, या फिर पैकेट खुला बिस्कुट। उन्होंने बिस्कुट के पैकेट और कोल्ड ड्रिंक के बोतल की तुलना महिलाओं के कौमार्य से करते हुआ कहा है कि जिस तरह से कोल्ड ड्रिंक की खुली हुई बोतल या फिर बिस्कुट का खुला हुआ पैकेट होता है ही महिलाओं का कौमार्य भी होता है। ठीक इसी तरह से आपकी पत्नी के भी मामले में होता है।

वर्जिन लड़की परी की तरह

प्रोफेसर ने कहा कि एक लड़की जन्म के बाद से जैविक रूप से सील बंद होती है, जबतक कि उसे खोला नहीं जाए। एक वर्जिन लड़की का मतलब होता है कि उसके संस्कार और यौन स्वास्थ्य जुड़ा होता है। कई लड़कों के लिए वर्जिन लड़की परी की तरह होती है। यह पहली बार नहीं है जब कनक सरकार ने इस तरह का विवादित पोस्ट किया है। इससे पहले भी 9 नवंबर 2018 को उन्होंने इसी तरह का एक पोस्ट लिखा था जिसमे उन्होंने कहा था कि लड़के और लड़कियों को कौमार्य की जानकारी ही नहीं होती है।

मूल्यों से जोड़ा

9 नवंबर के पोस्ट में कनक सरकार ने लिखा था कि लड़के और लड़कियां कौमार्य और ब्रह्मचर्य से अनजान होते हैं। कई लड़के और लड़कियां मूल्यों, संस्कारों के बारे में गलत राय बना लेते हैं। कई लड़के और लड़कियां सोचते हैं कि बह्मचर्य और कौमार्य नैतिकता का हिस्सा नहीं है। इसी वजह से लड़कियों के साथ धोखेबाज लड़के शोषण करते हैं। आगे उन्होंने लिखा कि वर्जिनिटी का खोना हमेशा के लिए मूल्यों और संस्कारों का खोना नहीं होता है। वर्जिनिटी ईमानदारी और नैतिकता की ही तरह जरूरी है।

जबतक शादी ना हो वर्जिन रहना चाहिए

एक और पोस्ट में कनक सरकार ने लिखा कि लड़कियों को तब तक वर्जिन रहना चाहिए जबतक कि उनकी शादी नहीं हो जाती है। वर्जिनिटी एक सम्मान है यह सिर्फ एक मौके का खो जाना नहीं है। अगर कोई लड़की शादी तक वर्जिन है तो उसे इसपर गर्व होना चाहिए। जब आप शादी करें या किसी से प्रेम करें तो बताएं कि आप वर्जिन हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि पति आपका सम्मान अधिक करेगा। हर लड़का वर्जिन लड़के की कामना करता है जिससे कि वह शादी कर सके।