महामुकाबला : पीएम नरेंद्र मोदी और पीएम इमरान खान इस दिन होंगे आमने सामने

शंघाई कोऑपरेशन आर्गेनाइजेशन में पीएम नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी पीएम इमरान खान मुलाकात को लेकर चल रही अटकलों पर विदेश मंत्रालय ने विराम लगा दिया है। गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच बातचीत की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया।

रवीश कुमार ने कहा कि मेरी जानकारी में प्रधानमंत्री मोदी और इमरान खान की किसी तरह की मुलाकात तय नहीं है। रवीश कुमार ने कहा कि बिश्केक में होने वाले एससीओ समिट के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच कोई बैठक नहीं होगी।

उन्होंने पाकिस्तान के विदेश सचिव सोहेल महमूद के भारत दौरे पर कहा कि पाकिस्तान के विदेश सचिव की यात्रा निजी थी और उनके साथ किसी तरह ती कोई आधिकारिक बैठक सुनिश्चित नहीं थी।

गौरतलब है कि आगामी 13 और 14 जून को किर्गिस्तान में शंघाई कोआपरेशन आर्गेनाइजेशन की बैठक होनी है, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान दोनों शामिल होंगे। इसी के मद्देनजर कयासों का बाजार गर्म था। अटकलें लगाई जा रही थीं कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत हो सकती है।

ईद से पहले पाकिस्तान के विदेश सचिव सोहेल महमूद दिल्ली आए थे। उन्होंने ईद की नमाज भी दिल्ली के जामा मस्जिद में अता की थी। इसके बाद से अटकलें और भी तेज हो गई थीं।

इसी दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने देश के तीनों इकोनॉमिक अफेंडर यानी विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर कहा कि तीनों आर्थिक अपराध करने वाले भगोड़ों को वापस लाने की हमारी गहरी प्रतिबद्धता है। हम उन्हें वापस लाने के रास्ते पर चल रहे हैं। भारत सरकार को इस मामले में जल्द कामयाबी मिलने का भरोसा है। हम उन्हें वापस लाने में सफल होंगे।

ईरान से तेल आयात और हाफिज सईद पर भी विदेश मंत्रालय ने दिया बयान
इसके अलावा रवीश कुमार ने ईरान से तेल आयात के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत ने अपने फैसले में पहले की अपेक्षा किसी तरह का बड़ा बदलाव नहीं किया है। कुल मिला कर बात यही है कि भारत अपनी व्यवसायिक स्ठिति, उर्जा संरक्षण और राष्ट्र हित को ध्यान में रखते हुए ही फैसला लेगा।

आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के नर्म रवैये पर भी उन्होंने निशाना साधा। पाकिस्तानी मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक हाफिज सईद को लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में ईद की नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं मिली थी। इन खबरों पर रवीश ने कहा कि हमने पहले भी देखा है कि इस तरह की कार्रवाई के बाद भी कुछ नहीं हुआ है। पाकिस्तान को अपनी बात पर कायम रहना चाहिए।

मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने नए विदेश मंत्री के पहले आधिकारिक दौरे की भी जानकारी देते हुए बताया कि डॉ जयशंकर आगामी 7-8 जून को भूटान के दौरे पर जाएंगे। यह दौरा भारत और भूटान के द्विपक्षीय संबंध को मजबूती देगा।