एक सवाल जो लगातार उठ रहे थे मयंक अग्रवाल को मौका कब मिलेगा, उन्हें टीम इंडिया की टेस्ट कैप कब मिलेगी, मेलबर्न टेस्ट के जरिए उस पर विराम लग गया. विराट कोहली के हाथों से टेस्ट कैप लेते ही मयंक ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू करने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए. उनसे पहले साल 1947-48 में आमिर इलाही ने ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू किया था. अपने डेब्यू टेस्ट में मयंक ने इस सवाल का भी जवाब दे दिया कि टीम इंडिया के अंदर उनका भविष्य कैसा होगा. मेलबर्न में अपने डेब्यू टेस्ट की पहली इनिंग में मयंक ने 161 गेंदों का सामना किया और 76 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 8 चौके और 1 छक्का निकला.
एक पारी और कर ली रिकॉर्ड से यारी
टेस्ट क्रिकेट की डेब्यू इनिंग में मयंक शतक से बेशक चूक गए लेकिन 76 रन बनाकर भी उन्होंने कई रिकॉर्ड से यारी कर ली है. ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू टेस्ट में अर्धशतक जमाने वाले वो दातू फाडकर के बाद दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने. फाडकर ने दिसंबर 1947 में खेले सिडनी टेस्ट में 51 रन बनाए थे. मयंक अग्रवाल 5वें भारतीय ओपनर हैं जिन्होंने घर से बाहर अपने टेस्ट डेब्यू पर अर्धशतक जमाया. उनसे पहले सुधीर नाइक, सुनील गावस्कर, मीनू मांकड और लालचंद राजपूत भी ऐसा कर चुके हैं. मयंक के 76 रन घर से बाहर टेस्ट डेब्यू करते हुए किसी भारतीय ओपनर का दूसरा बड़ा स्कोर भी है.
पेस से ज्यादा स्पिन पर चला बल्ला
मेलबर्न में अपनी 76 रन की शानदार पारी के दौरान मयंक पेस के मुकाबले स्पिन पर ज्यादा आसानी से रन बनाते दिखे. उन्होंने लियॉन के खिलाफ फुट वर्क का बेहतरीन इस्तेमाल किया और 5.4 की रन रेट से रन बरसाए जबकि ऑस्ट्रेलिया के पेस अटैक के खिलाफ 2.8 की रन रेट से रन बनाए.
मयंक के लिए ऑस्ट्रेलिया खास
मयंक के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं बेहद खास है. 2009 में इंडिया अंडर 19 के लिए डेब्यू करते हुए मयंक ने ऑस्ट्रेलिया के होबार्ट में 142 गेंदों पर 160 रन बनाए थे और अब टीम इंडिया की टेस्ट टीम के लिए भी उनका डेब्यू ऑस्ट्रेलियाई धरती पर ही हुई हुआ. बहरहाल, 76 रन की पारी खेलकर उन्होंने एंट्री तो ले ली है और वो कितना अंदर जाते हैं और किस कदर टीम में अपनी स्थिति को मजबूत करते हैं ये उनके बल्ले से निकलने वाली आगे की पारियां तय करेंगी.