कोलकाता में ममता बनर्जी द्वारा आयोजित रैली में विपक्ष की करीब 22 पार्टियों के नेता जुटे हैं. रैली में आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल, कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी, यूपी से पूर्व सीएम अखिलेश यादव, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, एचडी देवगौड़ा, बसपा से सतीश मिश्रा, डीएमके प्रेजिडेंट एमके स्टालिन, फारुख अब्दुल्ला, शरद पवार, अरुण शौरी यशवंत सिन्हा, जिग्नेश मेवानी सहित पूरे देश से दर्जनों नेता मौजूद रहे. वहीं, केंद्र सरकार के खिलाफ हुई इस रैली में बीजेपी के ही सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की मौजूदगी ने सबसे अधिक ध्यान खींचा.
2019 लोकसभा चुनाव और पीएम मोदी को कुर्सी से हटाने का बिगुल फूंकने को की गई रैली में शत्रुघ्न सिन्हा ने भाषण भी दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘देश परिवर्तन, परिवर्तन और परिवर्तन चाहता है. लोग नया नेतृत्व चाहते हैं. उन्होंने ममता बनर्जी की तारीफ़ करते हुए कहा कि इससे ज्यादा जानदार, शानदार और दमदार रैली मैंने कभी नहीं देखी.’ इससे पहले भी शत्रुघ्न सिन्हा अपनी ही पार्टी के खिलाफ लगातार बयान देते आए हैं, लेकिन ये पहला मौका है जब वह विपक्ष की इतनी बड़ी रैली में पहुंचे हैं.
राजीव प्रताप रूडी ने दिए कार्यवाही के संदेश
शत्रुघ्न सिन्हा के पार्टी विरोधी बयानों को लेकर बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी ने शत्रुघ्न सिन्हा के रैली में शामिल होने पर कार्रवाई के संकेत दिए. रूडी ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा पर पार्टी संज्ञान ले चुकी है. उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि कुछ लोग अगल तरह के इंटेलिजेंट होते हैं. ऐसे लोगों के बारे में कुछ नहीं कह सकता लेकिन यह जरूर कहना चाहता हूं कि यह पार्टी और जनता के विश्वास के साथ धोखा देने का काम है.
डिप्टी सीएम ने शत्रुघ्न को बताया था शत्रु
कुछ दिन पहले शत्रुघ्न को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि वे जिस तरह से भाजपा के खिलाफ बोल रहे हैं, उन्हें पार्टी छोड़ देनी चाहिए. मोदी ने यहां एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में कहा कि उन्हें अपना नाम बदल लेना चाहिए. जिस पार्टी ने उन्हें मंत्री बनाया, लोकसभा और राज्यसभा भेजा, उसी के वे शत्रु हो गए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को अपने बारे में गलतफहमी हो जाती है, वैसी ही गलतफहमी उनको (शत्रुघ्न सिन्हा) हो गई है.