अपने के जरिये देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। यह उनके इस रेडियो प्रोग्राम का 51वां संस्करण है। साथ ही मन की बात का यह प्रोग्राम इस वर्ष का अंतिम संस्करण है।
पीएम मोदी ने बोला कि आप सभी ने सोचा होगा कि 2018 को कैसे याद रखा जाए। 2018 को हिंदुस्तान एक राष्ट्र के रूप में, अपनी एक सौ तीस करोड़ की जनता के सामर्थ्य के रूप में, कैसे याद रखेगा- यह याद करना भी जरूरी है। हम सब को गौरव से भर देने वाला है। उन्होंने बोला कि वर्ष 2018 को हमेशा याद किया जाएगा। इस वर्ष सरदार वल्लभ भाई पटेल को समर्पित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी राष्ट्र को मिली। भारत को संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार मिला। 2019 में हिंदुस्तान की उन्नति की यह यात्रा ऐसे ही जारी रहेगी व राष्ट्रनयी ऊंचाइयों को छुएगा
‘गरीबी से मुक्ति की ओर अग्रसर’
पीएम ने बोला कि 2018 में विश्व की सबसे बड़ी सेहत बीमा योजना ‘आयुष्मान भारत’ की आरंभ हुई। राष्ट्र के हर गांव तक बिजली पहुंच गई। विश्व की गणमान्य संस्थाओं ने माना है कि हिंदुस्तान रिकार्ड गति के साथ, राष्ट्र को गरीबी से मुक्ति दिला रहा है। देशवासियों के अडिग संकल्प से स्वच्छता कवरेज बढ़कर 95% को पार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
उपलब्धियों को गिनाया
उन्होंने बोला कि आजादी के बाद लालकिले से पहली बार आजाद हिंद गवर्नमेंट की 75वीं वर्षगांठ पर तिरंगा फहराया गया। हिंदुस्तान में अंतर्राष्ट्रीय सौर साझेदारी की पहली महासभा का आयोजन हुआ। हमारे सामूहिक प्रयासों का ही नतीजा है कि हमारे राष्ट्र की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में अभूतपूर्व सुधार हुआ।
खेल जगत में राष्ट्र को मिला गौरव
पीएम मोदी ने 2018 में खेल एरिया में हिंदुस्तान की उपलब्धियों को भी बताया। उन्होंने बोला कि अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप व ब्लाइंड क्रिकेट विश्व कप में हिंदुस्तान ने जीत दर्ज कराई है। इस बार, एशियन गेम्स में हिंदुस्तान ने बड़ी संख्या में मेडल जीते। 16 वर्ष की रजनी ने जूनियर महिला मुक्केबाजी चैंपयिन में गोल्ड मेडल जीता है। इसी महीने पुणे की वेदांगी कुलकर्णी साईकिल से संसार का चक्कर लगाने वाली सबसे तेज एशियाई बन गई हैं।
सुरक्षा क्षेेेत्र में सशक्त हुआ देश
पीएम ने बोला कि देश को सुरक्षा एरिया में नयी मजबूती मिली है। इसी साल हमारे राष्ट्र ने सफलतापूर्वक न्यूक्लियर टाएड को पूरा किया, यानी अब हम जल, थल व नभ-तीनों में परमाणु शक्ति संपन्न हो गए हैं। देश की बेटियों ने नाविका सागर परिक्रमा के माध्यम से पूरे विश्व का भ्रमण कर राष्ट्र को गर्व से भर दिया है।