मध्यप्रदेश का चुनावी समर जैसे-जैसे अपने चरम पर पहुंच रहा है, राजनीतिक मुद्दे भी गर्माते जा रहे हैं। मुद्दों से दूर हो रही पॉलिटिक्स के बीच प्रदेश ने अपने कार्यकर्ताओं के नाम एक चिट्ठी लिखी है। कमलनाथ ने इस चिट्ठी में कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से धर्म आधारित टिप्पणियां प्रचार-प्रसार से दूर रहने की बात कही है। प्रदेश कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष की चिट्ठी सामने आते ही वायरल हो रही है।
कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं के नाम लिखी चिट्ठी में भाजपा पर चुनाव के पहले सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं को कई जरूरी आदेश दिए हैं। प्रदेश कांग्रेस पार्टीकी मीडिया सेल के चेयरमैन शोभा ओझा की मानें तो भाजपा बांटने की पॉलिटिक्स करना चाहती है मंदिर, मस्जिद की पॉलिटिक्स करना चाहती है क्योंकि उनके पास गिनाने के लिए कुछ नहीं है। यही कारण है कि हम हमारे कार्यकर्ताओं को सजग रहने के लिए कहना पड़ रह है।
कमलनाथ की चिट्ठी पर भाजपा नेता हितेश वाजपेई ने कड़ा हमला कहा है। वाजपेई की मानें तो बांटने की पॉलिटिक्स कांग्रेस पार्टी से सीखी जा सकती है। कांग्रेस पार्टी के कई नेता पिछले कुछ अरसे से मंदिर-मस्जिद के नाम पर बांटने की पॉलिटिक्स कर रहे हैं व धर्मगुरुओं के साथ बैठकर कर रहे हैं।
बता दें कि मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं। इन 230 सीटों में 35 सीट अनुसूचित जाति व 47 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक कुल पांच करोड़ तीन लाख 34 हजार दो सौ साठ मतदाता हैं जो अलग-अलग दलों के उम्मीदवारों की भाग्य का निर्णय करेंगे।