मध्य प्रदेश में 13 साल तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने की ये घोषणा और दिया इस्तीफ़ा

समाचार एजेंसी  के अनुसार शिवराज सिंह चौहान ने कहा है, ‘हमें ज़्यादा वोट मिले हैं. लेकिन सरकार बनाने लायक सीटें नहीं मिल सकीं. इसलिए हम सरकार बनाने का दावा नहीं करेंगे. मैं जल्द ही राज्यपाल से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफ़ा सौंप रहा हूं.’ ग़ौरतलब है कि मध्य प्रदेश में भाजपा को 109 सीटें हासिल हुई हैं. जबकि सरकार बनाने के लिए 116 विधायकों के समर्थन की ज़रूरत है. वहीं कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है.

कांग्रेस पार्टी को सरकार बनाने के लिए बहुजन समाज पार्टी के दो और समाजवादी पार्टी के एक विधायक का समर्थन भी मिल चुका है. इसके बाद वह सामान्य बहुमत के आंकड़े से एक अधिक सीट के साथ सरकार बनाने की दावेदार हो गई है. ख़बरों के मुताबिक बुधवार की ही शाम चार बजे पार्टी विधायक दल की बैठक है. इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और चुनाव अभियान समिति के प्रमुख ज्योतिरादित्य सिंधिया में से किसी एक को नेता चुना जा सकता है.