भूटान पहुंचकर पीएम मोदी ने जनता को बताई 130 करोड़ हिन्दुस्तानियों के दिल की बात

पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को भूटान में रॉयल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित किया. उन्होंने बोला कि हिंदुस्तान  भूटान एक दूसरे की परंपराएं समझते हैं.हिंदुस्तान भाग्यशाली है कि वह राजकुमार सिद्धार्थ के बुद्ध बनने की स्थान रहा. मैं आज भूटान के भविष्य के साथ हूं. आपकी ऊर्जा महसूस कर सकता हूं.मैं भूटान के इतिहास, वर्तमान या भविष्य को देखता हूं तो मुझे दिखता है कि हिंदुस्तान  भूटान के लोग आपस में बहुत ज्यादा परंपराएं साझा करते हैं.

उन्होंने बोला किशनिवार को मैं सेम्तोखा जॉन्ग में था. यह उन चार जगहों में से है जो भूटान केइतिहास को दिखाता है. इस विजिट में मुझे भूटान के लोगों से मिलने का मौका मिला.हिंदुस्तान भाग्यशाली है कि वह राजकुमार सिद्धार्थ के बुद्ध बनने की स्थान रहा. कोई दो देश एक दूसरे को उस तरह नहीं समझते जिस तरह हिंदुस्तान  भूटान एक दूसरे की परंपरा को समझते हैं. दोस्तों आज हिंदुस्तान ऐतिहासिक बदलावों को देख रहा है.

भारतस्टार्टअप की संसार कासबसे बड़ानेटवर्क वाला देश- मोदी

मोदी ने बोला कि हिंदुस्तान गरीबी को तेजी से समाप्त कर रहा है. इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण की गति भी दोगुनी हो गई है. हिंदुस्तान संसार के सबसे बड़े हेल्थकेयर कार्यक्रम आयुष्मान भारत को भी चला रहा है. हिंदुस्तान संसार के सबसे सस्ते डेटा कनेक्शन वाला देश है. हमारे देश स्टार्टअप की संसार के सबसे बड़े नेटवर्क वाला देश है.

मोदी 2 दिनों के दौरे पर शनिवार को भूटान पहुंचे

मोदी शनिवार को दो दिन के दौरे भूटान पहुंचे.भारत  भूटान के बीच हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट, नॉलेज नेटवर्क, मल्टी स्पेशलिएटी हॉस्पिटल, स्पेस सैटेलाइट, रूपे कार्ड के प्रयोग समेत 9 समझौते पर हस्ताक्षर हुए. इससे पहले पीएम मोदीभूटान के पीएम डाक्टर लोते शेरिंग से संसद में मुलाकात की थी.

मोदी ने कहा- एग्जाम वॉरियर्स में मैंने लिखा कि एग्जाम को कैसे फेस किया जाए. हर किसी को क्लासरूम से लेकर जिंदगी की क्लासरूम में एग्जाम का सामना करना पड़ता है.एग्जाम वॉरियर्स में मैंने जो कुछ लिखा है, उसमें बड़ी एजुकेशन भगवान बुद्ध के सिद्धांत से ली गई हैं. जब मैं युवा था तो हकीकत की खोज मुझे हिमालय तक ले गई. हिंदुस्तान भूटान के बीच रिश्तों में जो ऊर्जा है वो दोनों राष्ट्रों के लोगों की वजह से है. इसीलिए योगदान के पारंपरिक सेक्टर से बाहर जाते हुए हम अब स्कूल से लेकर स्पेस  डिजिटल पेमेंट्स से लेकर आपदा प्रबंधन तक में योगदान बढ़ा रहे हैं.