भारी आर्थ‌िक तंगी से निपटने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनाया ये रास्ता…

भारी आर्थ‌िक तंगी से गुजर रहे पाकिस्तान को उबारने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक नया कदम उठाया है. उन्होंने पाकिस्तानी आवाम को बेनामी संपत्ति के खुलासे के लिए एक नई स्कीम लॉन्च की है. इस टैक्स एमनेस्टी स्कीम कहा जा रहा है. इसके तहत अपनी बेनामी संपत्ति की घोषणा कर देने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो गई. बल्कि देश को कर चुकाने के लिए उनका प्रोत्साहन किया जाएगा.

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के कार्यकर्ताओं से विशेष अपील करते हुए इमरान खान ने कहा कि बाहर जाएं खुद टैक्स जमा कराएं और दूसरे करदाताओं का प्रोत्साहान करें. साथ ही उन लोगों को भी टैक्स देने के लिए प्रोत्साहित करें, जो किसी कारणवश कर जमा नहीं कर रहे हैं, लेकिन मामले को लेकर इमरान शख्त भी हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के कार्यकर्ताओं से विशेष अपील करते हुए इमरान खान ने कहा कि बाहर जाएं खुद टैक्स जमा कराएं और दूसरे करदाताओं का प्रोत्साहान करें. साथ ही उन लोगों को भी टैक्स देने के लिए प्रोत्साहित करें, जो किसी कारणवश कर जमा नहीं कर रहे हैं, लेकिन मामले को लेकर इमरान शख्त भी हैं.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के कार्यकर्ताओं से विशेष अपील करते हुए इमरान खान ने कहा कि बाहर जाएं खुद टैक्स जमा कराएं और दूसरे करदाताओं का प्रोत्साहान करें. साथ ही उन लोगों को भी टैक्स देने के लिए प्रोत्साहित करें, जो किसी कारणवश कर जमा नहीं कर रहे हैं, लेकिन मामले को लेकर इमरान शख्त भी हैं.

इमरान खान ने एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में साक्षात्कार देते हुए कहा कि आगामी 30 जून तक ही ऐसे किसी शख्स को बेनामी संपत्ति के खुलासे या बकाया कर देने पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी. अन्यथा अगर कोई 30 जून की तारीख तक अपने कर जमा नहीं करता है तो पाकिस्तान सरकार जांच पड़ताल कर उसे उचित कार्रवाई भी करेगी. इमरान खान ने एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में साक्षात्कार देते हुए कहा कि आगामी 30 जून तक ही ऐसे किसी शख्स को बेनामी संपत्ति के खुलासे या बकाया कर देने पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी. अन्यथा अगर कोई 30 जून की तारीख तक अपने कर जमा नहीं करता है तो पाकिस्तान सरकार जांच पड़ताल कर उसे उचित कार्रवाई भी करेगी.
इमरान खान ने एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में साक्षात्कार देते हुए कहा कि आगामी 30 जून तक ही ऐसे किसी शख्स को बेनामी संपत्ति के खुलासे या बकाया कर देने पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी. अन्यथा अगर कोई 30 जून की तारीख तक अपने कर जमा नहीं करता है तो पाकिस्तान सरकार जांच पड़ताल कर उसे उचित कार्रवाई भी करेगी.

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान इन दिनों भारी आर्थ‌िक संकट से गुजर रहा है. दुनिया भर से पाकिस्तानी सरकार कर्ज मांग रही है, लेकिन ज्यादातर देशों और बड़े बैंकों ने पाकिस्तान को कर्ज देने से मना कर दिया है. ऐसे में पाकिस्तानी वजीर-ए-आजम कई तरह के दांव पेंच आजमा रहे हैं. उन्होंने कहा, पाकिस्तान के हालात 60 के दशक जैसे हो गए हैं. उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान इन दिनों भारी आर्थ‌िक संकट से गुजर रहा है. दुनिया भर से पाकिस्तानी सरकार कर्ज मांग रही है, लेकिन ज्यादातर देशों और बड़े बैंकों ने पाकिस्तान को कर्ज देने से मना कर दिया है. ऐसे में पाकिस्तानी वजीर-ए-आजम कई तरह के दांव पेंच आजमा रहे हैं. उन्होंने कहा, पाकिस्तान के हालात 60 के दशक जैसे हो गए हैं.
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान इन दिनों भारी आर्थ‌िक संकट से गुजर रहा है. दुनिया भर से पाकिस्तानी सरकार कर्ज मांग रही है, लेकिन ज्यादातर देशों और बड़े बैंकों ने पाकिस्तान को कर्ज देने से मना कर दिया है. ऐसे में पाकिस्तानी वजीर-ए-आजम कई तरह के दांव पेंच आजमा रहे हैं. उन्होंने कहा, पाकिस्तान के हालात 60 के दशक जैसे हो गए हैं.

असल में इमरान खान अपने देश की जनता का ध्यान टैक्स जमा करने की ओर खींचना चाहते थे. उन्होंने बताया कि टैक्स ना जमा होने के चलते बीते कुछ सालों में देश का खजाना खाली हो गया है. ऐसे में फिर से टैक्स जमा करने के लिए रास्ते खोलकर देश को संकट से उबारना होगा. असल में इमरान खान अपने देश की जनता का ध्यान टैक्स जमा करने की ओर खींचना चाहते थे. उन्होंने बताया कि टैक्स ना जमा होने के चलते बीते कुछ सालों में देश का खजाना खाली हो गया है. ऐसे में फिर से टैक्स जमा करने के लिए रास्ते खोलकर देश को संकट से उबारना होगा.
असल में इमरान खान अपने देश की जनता का ध्यान टैक्स जमा करने की ओर खींचना चाहते थे. उन्होंने बताया कि टैक्स ना जमा होने के चलते बीते कुछ सालों में देश का खजाना खाली हो गया है. ऐसे में फिर से टैक्स जमा करने के लिए रास्ते खोलकर देश को संकट से उबारना होगा.

ऐसी खबरें जब-तब मीडिया में तैरती रहती हैं कि पाकिस्तानी सरकार आर्थ‌िक तंगी का हो-हल्ला मचाती है जबकि पाकिस्तानी आवाम इसके उलट अपना काम आसानी से कर रही होती है. क्योंकि पाकिस्तान के आम लोगों के पास पैसों की उस स्तर की कमी नहीं है जिस स्तर की सरकार दिखाती है. इस मसले से पर्दा उठाते हुए इमरान खान ने कहा, पाकिस्तान में हर साल करीब 10 अरब डॉलर की मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है. लोग टैक्स ही जमा नहीं रहे हैं. ऐसी खबरें जब-तब मीडिया में तैरती रहती हैं कि पाकिस्तानी सरकार आर्थ‌िक तंगी का हो-हल्ला मचाती है जबकि पाकिस्तानी आवाम इसके उलट अपना काम आसानी से कर रही होती है. क्योंकि पाकिस्तान के आम लोगों के पास पैसों की उस स्तर की कमी नहीं है जिस स्तर की सरकार दिखाती है. इस मसले से पर्दा उठाते हुए इमरान खान ने कहा, पाकिस्तान में हर साल करीब 10 अरब डॉलर की मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है. लोग टैक्स ही जमा नहीं रहे हैं.
ऐसी खबरें जब-तब मीडिया में तैरती रहती हैं कि पाकिस्तानी सरकार आर्थ‌िक तंगी का हो-हल्ला मचाती है जबकि पाकिस्तानी आवाम इसके उलट अपना काम आसानी से कर रही होती है. क्योंकि पाकिस्तान के आम लोगों के पास पैसों की उस स्तर की कमी नहीं है जिस स्तर की सरकार दिखाती है. इस मसले से पर्दा उठाते हुए इमरान खान ने कहा, पाकिस्तान में हर साल करीब 10 अरब डॉलर की मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है. लोग टैक्स ही जमा नहीं रहे हैं.

उल्लेखनीय है कि नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को तेल के धनी कतर से तीन अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज मिला है. कतर के शासक अमीर शेख तमीम बिन हमाद ने एक दिन पहले ही पाकिस्तान की यात्रा पूरी की है. उन्होंने पाकिस्तान के साथ व्यापार, धन शोधन रोधक और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने में सहयोग का भरोसा दिलाया है. कतर चौथा ऐसा देश है जो पिछले 11 महीने में पाकिस्तान की मदद को आगे आया है. पाकिस्तान भुगतान संकट से जूझ रहा है. पाकिस्तान की इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार बढ़ते भुगतान संतुलन संकट से बाहर निकलने का प्रयास कर रही है. उल्लेखनीय है कि नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को तेल के धनी कतर से तीन अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज मिला है. कतर के शासक अमीर शेख तमीम बिन हमाद ने एक दिन पहले ही पाकिस्तान की यात्रा पूरी की है. उन्होंने पाकिस्तान के साथ व्यापार, धन शोधन रोधक और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने में सहयोग का भरोसा दिलाया है. कतर चौथा ऐसा देश है जो पिछले 11 महीने में पाकिस्तान की मदद को आगे आया है. पाकिस्तान भुगतान संकट से जूझ रहा है. पाकिस्तान की इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार बढ़ते भुगतान संतुलन संकट से बाहर निकलने का प्रयास कर रही है.
उल्लेखनीय है कि नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को तेल के धनी कतर से तीन अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज मिला है. कतर के शासक अमीर शेख तमीम बिन हमाद ने एक दिन पहले ही पाकिस्तान की यात्रा पूरी की है. उन्होंने पाकिस्तान के साथ व्यापार, धन शोधन रोधक और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने में सहयोग का भरोसा दिलाया है. कतर चौथा ऐसा देश है जो पिछले 11 महीने में पाकिस्तान की मदद को आगे आया है. पाकिस्तान भुगतान संकट से जूझ रहा है. पाकिस्तान की इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार बढ़ते भुगतान संतुलन संकट से बाहर निकलने का प्रयास कर रही है.

इससे पहले चीन ने पाकिस्तान को जमा और वाणिज्यिक कर्ज के रूप में 4.6 अरब डॉलर दिए थे. सऊदी अरब ने पाकिस्तान को तीन अरब डॉलर की नकदी और बाद में भुगतान पर 3.2 अरब डॉलर की तेल सुविधा उपलब्ध कराई थी. संयुक्त अरब अमीरात ने भी पाकिस्तान को दो अरब डॉलर नकद की मदद दी थी. कतर की ओर से पाकिस्तान को वित्तीय मदद की घोषणा उसके विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने की. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के वित्तीय सलाहकार डॉ अब्दुल हफीज शेख ने ट्वीट कर कतर से वित्तीय मदद मिलने की पुष्टि की. इससे पहले चीन ने पाकिस्तान को जमा और वाणिज्यिक कर्ज के रूप में 4.6 अरब डॉलर दिए थे. सऊदी अरब ने पाकिस्तान को तीन अरब डॉलर की नकदी और बाद में भुगतान पर 3.2 अरब डॉलर की तेल सुविधा उपलब्ध कराई थी. संयुक्त अरब अमीरात ने भी पाकिस्तान को दो अरब डॉलर नकद की मदद दी थी. कतर की ओर से पाकिस्तान को वित्तीय मदद की घोषणा उसके विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने की. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के वित्तीय सलाहकार डॉ अब्दुल हफीज शेख ने ट्वीट कर कतर से वित्तीय मदद मिलने की पुष्टि की.