भारत से तनातनी के बीच चीन सातवी बार करने जा रहा ये काम, सेना हुई तैयार…

सैन्य वार्ता, विदेश मंत्री एस जयशंकर व उनके चीनी समकक्ष वांग यी के बीच मास्को में शंघाई योगदान संगठन (एससीओ) सम्मेलन से अलग हुई एक मीटिंग में बनी पांच सूत्री सहमति के क्रियान्वयन का खाका तैयार करने के खास एजेंडे के साथ हुई।

 

श्रीवास्तव ने कहा, ‘कमांडरों की पिछली मीटिंग में बनी सहमति के मुताबिक दोनों पक्ष अब सातवें दौर की मीटिंग का प्रोग्राम तय करने पर कार्य कर रहे हैं, ताकि दोनों पक्ष मौजूदा द्विपक्षीय समझौते व प्रोटोकॉल के मुताबिक एलएसी से सैनिकों को शीघ्र एवं पूर्ण रूप से पीछे हटाने की दिशा में कार्य कर सकें। ‘

उन्होंने बोला कि बुधवार की कूटनीतिक बातचीत में दोनों पक्षों ने यह विचार प्रकट किया कि वरिष्ठ कमांडरों की पिछली मीटिंग में तय किये गये कदमों को क्रियान्वित करना आवश्यक है, ताकि गलतफहमी से बचा जा सके व जमीन पर शांति एवं स्थिरता कायम रहे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बोला कि दोनों पक्षों ने एलएसी पर स्थिति की समीक्षा की व इस पर विस्तृत चर्चा भी की। इसके अतिरिक्त 21 सितंबर को हुई छठे दौर की सैन्य बातचीत के नतीजों की समीक्षा की गई।

दोनों पक्षों ने गतिरोध दूर करने के लिये सिलसिलेवार कूटनीतिक एवं सैन्य बातचीत की है, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता हाथ नहीं लगी। छठे दौर की कोर कमांडर स्तर की बातचीत 21 सितबर को हुई थी।

इसके बाद उन्होंने कई फैसलों की घोषणा की थी। इनमें अग्रिम मोर्चे पर व अधिक सैनिकों को नहीं भेजना, जमीन पर स्थिति को एकरतफा ढंग से बदलने से दूर रहना तथा मुद्दों को व अधिक जटिल बना देने वाली गतिविधियां करने से बचना शामिल है।

भारतीय व चीनी सेना पूर्वी लद्दाख में असली नियंत्रण रेखा (एलएसी) से सैनिकों को ‘शीघ्र व पूर्ण रूप से’ पीछे हटाने को लेकर कदम उठाने के लिये सातवें दौर की अपनी बातचीत का प्रोग्राम तय करने पर कार्य कर रही है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को यह कहा।

मंत्रालय ने बोला कि यह प्रक्रिया मौजूदा द्विपक्षीय समझौते व प्रोटोकॉल के तहत की जाएगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव की यह टिप्पणी दोनों राष्ट्रों के बीच दौर की कूटनीतिक बातचीत होने के एक दिन बाद आई है, जो पूर्वी लद्दाख में पांच महीने से जारी गतिरोध को दूर करने के लिये सीमा मामलों पर परामर्श एवं समन्वय के लिये कार्यकारी तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) ढांचे के तहत हुई थी।