भारत में फ्लाइंग कारों के लिए मार्केट तलाश रही ये कंपनी

दुनिया की पहली फ्लाइंग कार निर्माता नीदरलैंड की पाल-वी कंपनी ने अपने बिजनेस के लिए भारत का रूख किया है। कंपनी ने घोषणा की है कि हमारी कार के कल-पुर्जे गुजरात में बनाए जाएंगे। कंपनी के एक्जिक्यूटिव ने कहा है कि हमारी फ्लाइंग कार के कुछ पुर्जे भी भारत से खरीदे जाएंगे। बता दें कि हाल ही वाइब्रेंट समिट के दौरान कंपनी के एक्जिक्यूटिव भी मीटिंग में शामिल हुए थे।

गुजरात उद्योग विभाग के सेक्रेटरी ने बताया है कि कंपनी फ्लाइंग कार में प्रवेश करने के लिए भारत में एक साथी की तलाश कर रही है। कंपनी भारत में सरकारी कामकाज में फ्लाइंग कारों की मांग को देख रही है। कंपनी भारत में व्यक्तिगत हवाई गतिशीलता का एक नया क्षेत्र भी विकसित करना चाहती है। पाल-वी के सीईओ रॉबर्ट डिंगमैन्स ने कहा कि हम कार के पुर्जो को खरीदने के लिए एशियाई देशों को देख रहे हैं।

‘हमारा प्रयास सफल होगा’

डिंगमैन्स के अनुसार, हमारी नजर भारत और चीन जैसे बड़े देशों पर है। उत्पादक भागों में भारत का कौशल अच्छा है और यहाँ की कंपनियों के पास अनुभव भी है। हम कोपोजिट मटेरियल और इस्पात भागों की आपूर्ति पर विचार कर रहे हैं। हमने इसके लिए भारत के कुछ उत्पादकों के साथ बात करना भी शुरू कर दिया है। हमें उम्मीद है कि हमारा प्रयास सफल होगा।

कितनी कीमत होगी फ्लाइंग कार की

कंपनी के मुताबिक, भारत के रुपये में इस फ्लाइंग कार की कीमत 3 करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकती है। पाल-वी कंपनी 2012 से फ्लाइंग कार निर्माण प्रौद्योगिकी विकसित करने में सक्रिय है। प्रोद्योगिकी और उत्पादन के लिए कंपनी ने 550 करोड़ का निवेश किया है। 2020 में कंपनी अपने पहले ग्राहकों को फ्लाइंग कार मुहैया करा सकती है।