भारत को पाक ने दी ये बड़ी नसीहत, कहा अगर हिम्मत हो तो…

पाकिस्तान ने भारत में मस्जिदों के ढहाने और तोड़फोड़ की घटनाओं के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-बीजेपी का शासन और संघ परिवार को जिम्मेदार ठहराया है। उसका कहना है कि वे ऐसा नियोजित तरीके से कर रहे हैं।

 

इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत को नसीहत भी दे डाली है। उसने भारत सरकार से अल्पसंख्यकों, खासकर मुस्लिमों और उनके पूजास्थलों को संरक्षण और सुरक्षा देने की मांग की है।

बयान में आगे कहा गया है कि बाबरी मस्जिद के ढांचा गिराए जाने के चलते भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में सांप्रदायिक हिंसा भड़की जिससे हजारों लोगों की मौतें हो गईं।

पाकिस्तान यहीं नहीं रुका उसने आगे कहा कि अगर दुनिया के कथित सबसे बड़े लोकतंत्र में न्याय की थोड़ी भी छाया होती तो आपराधिक कृत्य के बारे में सार्वजनिक रूप से शेखी बघारने वाले लोगों को बरी नहीं किया जाता।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जिस पूर्वनियोजित रथ यात्रा और बीजेपी, विहिप और संघ परिवार के नेताओं द्वारा भीड़ को उकसाने के चलते मस्जिद का ढांचा गिराया गया, जिस आपराधिक कृत्य का टीवी पर लाइव प्रसारण हुआ, उस पर तीन दशक लग गए फैसला आने में। ये दुनिया को साबित करता है कि हिंदुत्ववाद से प्रभावित भारतीय न्यायपालिका एक बार फिर न्याय देने में असफल रही।

पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इस बार भी भारत के आंतरिक मामले में अपनी नाक घुसाने की कोशिश की है। बाबरी मस्जिद को लेकर आए फैसले पर पाकिस्तान ने कहा कि अयोध्या में ऐतिहासिक मस्जिद गिराए जाने के लिए जिम्मेदार लोगों को बरी करना शर्मनाक है और पाकिस्तान इसकी निंदा करता है। पड़ोसी मुल्क का कहना है कि भारतीय न्यायपालिका एक बार फिर न्याय देने में असफल रही है।

बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराए जाने के मामले में सीबीआई के स्पेशल कोर्ट ने बुधवार को अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि यह घटना पूर्वनियोजित नहीं थी।

संगठन के द्वारा कई बार रोकने का प्रयास किया गया। अदालत ने माना है कि ये घटना अचानक ही हुई थी। अब इस फैसले को लेकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है।