भारत को जीत के लिए मिला 299 रनों का लक्ष्य

भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे वनडे मैच ऑस्ट्रेलिया पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 298/9 रन बनाये है। भारत को करो या मरो के इस मुकाबले में जीत के लिए 299 रनों के लक्ष्य को हासिल करना होगा। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से शॉन मार्श जड़ते हुए सर्वाधिक 131 रन बनाये। टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी ऑस्‍ट्रेलियाई टीम की पारी कप्‍तान एरॉन फिंच और एलेक्‍स कैरी ने शुरू की। भारतीय गेंदबाजी की शुरुआत भुवनेश्‍वर और मोहम्‍मद शमी ने की.खराब फॉर्म में चल रहे फिंच बेहद सावधानी से खेल रहे थे, इस कारण शुरुआत में रनगति बढ़ाने का जिम्‍मा बहुत कुछ कैरी के हिस्‍से में था.शुरुआती 5 ओवर में मेजबान टीम के खाते में केवल 14 रन जमा हो पाए थे।

पहले छह ओवर में ऑस्‍ट्रेलिया की ओर से केवल एक चौका लगा था। पारी के सातवें और आठवें ओवर में मिली दो सफलताओं ने भारतीय खेमे में खुशी ला दी। ऑस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान एरॉन फिंच (6)का खराब फॉर्म जारी रहा, भुवनेश्‍वर ने उन्‍हें बोल्‍ड करके भारत को पहली सफलता दिलाई। अगले ही ओवर में शमी ने कैरी (18) को मिडविकेट पर शिखर धवन के हाथों झिलवा दिया। 10वें ओवर में मोहम्‍मद सिराज को आक्रमण पर लाया गया जिनका स्‍वागत दूसरी गेंद पर उस्‍मान ख्‍वाजा ने चौका लगाकर किया। इस ओवर में 11 रन बने. 10 ओवर में ऑस्‍ट्रेलिया का स्‍कोर दो विकेट पर 38 रन था.ऑस्‍ट्रेलिया टीम के 50 रन 13.3 ओवर में पूरे हुए. 15 ओवर के बाद टीम का स्‍कोर दो विकेट खोकर 61 रन था.पारी के 19वें ओवर में जडेजा ने फील्डिंग में कमाल किया। उन्‍होंने कमाल का थ्रो करते हुए ख्‍वाजा (21 रन, 23 गेंद, तीन चौके) को रन आउट कर दिया। 20 ओवर के बाद ऑस्‍ट्रेलिया का स्‍कोर तीन विकेट खोकर 88 रन था. ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के 100 रन 21.1 ओवर में शॉन मार्श के चौ‍के के साथ पूरे हहुए। पहले वनडे के बाद एडिलेड में भी शॉन अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे। 24वें ओवर में ओवर में मार्श ने जडेजा की गेंद पर सिंगल लेते हुए अर्धशतक पूरा किया। इस दौरान उन्‍होंने 62 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके जमाए.25 ओवर के बाद ऑस्‍ट्रेलिया का स्‍कोर तीन विकेट खोकर 120 रन था।

भारत को चौथी सफलता रवींद्र जडेजा ने पीटर हैंड्सकोंब (20) को विकेटकीपर धोनी के हाथों स्‍टंप कराके दिलाई। जडेजा का यह ओवर मेडन रहा। हैंड्सकोब और शॉन मार्श ने चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। हैंड्सकोंब की जगह मार्कस स्‍टोइनिस ने ली. 30 ओवर के बाद ऑस्‍ट्रेलिया का स्‍कोर चार विकेट खोकर 141 रन था.ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के 150 रन 31.3 ओवर में पूरे हुए। मार्श और स्‍टोइनिस ने अच्‍छे औसत से 50 रन की साझेदारी पूरी की। 37वें ओवर में स्‍टोइनिस ने शमी के खिलाफ आक्रामक रुख दिखाते हुए लगातार दो चौके जमाए। लेकिन भारतीय तेज गेंदबाज ने इसका बदला चुकाते हुए अगली ही गेंद पर स्‍टोइनिस (29 रन, 36 गेंद, तीन चौके) को विकेटकीपर धोनी से कैच करा दिया। स्‍टोइनिस के स्‍थान पर ग्‍लेन मैक्‍सवेल आए.ऑस्‍ट्रेलिया के 200 रन 38.3 ओवर में मैक्‍सवेल के चौके के साथ पूरे हुए.40 ओवर के बाद ऑस्‍ट्रेलिया का स्‍कोर पांच विकेट खोकर 205 रन था.41वें ओवर की दूसरी गेंद पर कुलदीप यादव को चौका लगाकर शॉन मार्श 99 रन तक पहुंचे और फिर सिंगल लेकर वनडे करियर का सातवां शतक पूरा किया। इस दौरान उन्‍होंने 108 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके लगाए.43वें ओवर में मैक्‍सवेल और शॉन मार्श ने कुलदीप की गेंद पर एक-एक छक्‍का लगाया। ओवर में 16 रन बने. ऑस्‍ट्रेलिया का स्‍कोर अब फर्राटा मारते हुए आगे बढ़ रहा था। 44वें ओवर में ग्राउंड अम्‍पायर ने मैक्‍सवेल को सिराज की गेंद पर LBW दे दिया था लेकिन टीवी रिव्‍यू ने फैसला बल्‍लेबाज के पक्ष में दिया.45वें ओवर में मैक्‍ससेल ने शमी को चौका जड़ते हुए ऑस्‍ट्रेलिया का स्‍कोर 250 रन के पार पहुंचा दिया। इस ओवर में शॉन मार्श ने भी छक्‍का लगाया.45 ओवर के बाद ऑस्‍ट्रेलिया का स्‍कोर पांच विकेट खोकर 260 रन था, अगले ओवर में मार्श ने भुवनेश्‍वर को भी छक्‍का लगाया. पारी के 43वें ओवर में मैक्‍सवेल को उस समय जीवनदान मिला जब रोहित शर्मा कैच नहीं पकड़ सके।

भारत ने अपनी प्‍लेइंग इलेवन में एक बदलाव करते हुए खलील अहमद के स्‍थान पर मोहम्‍मद सिराज को स्‍थान दिया है। सिराज इस मैच से अपने करियर का आगाज कर रहे हैं। हरफनमौला हार्दिक पंड्या की गैर मौजूदगी में टीम का संतुलन बनाए रखना बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। एक टीवी शो में महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्‍पणी के कारण हार्दिक और केएल राहुल को निलंबित किया गया है और दोनों को तुरंत भारत लौटने को कहा गया है। भारत के प्रदर्शन का फोकस शीर्ष तीन बल्लेबाजों पर होगा। कोहली का इस मैदान पर सभी प्रारूपों में औसत 73 .44 रहा है और वनडे में उनका औसत 46 .66 है. धवन के फॉर्म पर भी नजरें होगी जो इस सत्र में धोनी और रायुडू के अलावा घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने वाले तीसरे बल्लेबाज थे।