दरअसल श्रीलंका में बीते 26 अक्टूबर के दिन याने आज से तक़रीबन डेढ़ महीने पहले इस राष्ट्र के राष्ट्रपति सिरिसेना ने आकस्मित से एक बड़ा निर्णय लेते हुए पीएम विक्रमसिंघे को उनके पद से बर्खास्त कर के राजपक्षे को उनकी स्थान नियुक्त कर दिया था। राष्ट्रपति सिरिसेना के इस निर्णय के बाद उनका बहुत विरोध हुआ था व राष्ट्र भर में विरोध प्रदर्शन होने के साथ-साथ हिंसा भी भड़की थी। यह हिंसा इतनी भड़क गई थी कि इस वजह से कुछ लोगों की मौत हो गई थी व कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए थे।
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श्रीलंका में यह हिंसा अब भले ही थम गई हो लेकिन राजनैतिक संकट अभी भी बना हुआ है और राष्ट्रपति सिरिसेना के इस निर्णय को लेकर लगातार राजनीती गरमा रही है। लेकिन इन सब के बीच राष्ट्रपति सिरिसेना ने राष्ट्र की जनता को आश्वाशन देने की प्रयास करते हुए बोला है कि मौजूदा राजनीतिक संकट तक़रीबन एक सप्ताह में समाप्त हो जायेगा।