भाजपा विधायक ने मायावती को बताया किन्नर

बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ भाजपा की नेता और विधायक राधना सिंह ने विवादित बयान दिया है। साधना सिंह ने कहा कि मायावती ना तो पुरुष लगती हैं और ना ही महिला लगती हैं। उन्होंने कहा कि मायावती जैसी महिला तो किन्नरों से भी बदतर हैं। बसपा सुप्रीमो के खिलाफ जिस तरह का विवादित बयान साधना सिंह ने दिया है उसके बाद बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को मानसिक अस्पताल भेजना चाहिए।

विवादित बयान

गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करते हुए साधना सिंह ने कहा कि जिस महिला का इतना चीरहरण हुआ हो, वह सत्ता के लिए आगे नहीं आती है। साधना सिंह ने कहा कि हमको तो उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ना महिला में लगती हैं, ना जेंट्स में लगती हैं। इनको तो अपना सम्मान ही नहीं समझ में आता, जिस महिला का इतना बड़ा चीरहरण हुआ, एक चीरहरण हुआ द्रौपदी का तो उसने कौरव पांडव से प्रतिज्ञा लिया कि जबतक जैसे दुशासन हमारा बाल खींच के लाया है, जबतक उसके कंधे का लहू नहीं मिलेगा, बाल को बांधेंगे नहीं, धुलेंगे नहीं। एक वो स्वाभिमानी महिला थी, आज की महिला सब कुछ लुट गया उसके बाद भी कुर्सी पाने के लिए अपने सम्मान को बेच दिया।

ना महिला ना पुरुष

साधना सिंह ने कहा कि ऐसी महिला का हम तिरस्कार करते हैं, ऐसी महिला नारी जात पर कलंक है। जिस महिला को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बचाया, उस महिला ने सुख-सुविधा, अपने वर्चर्स्व को बचाने के लिए अपने अपमान को पी लिया। जिस दिन महिला का ब्लाउज, पेटीकोट, सारी फट जाए, वो महिला ना सत्ता के लिए आगे आती है। उसको पूरे देश की महिला कलंकित मानती है, वो तो किन्नरों से भी ज्यादा बदतर है, क्योंकि वो तो ना नर है, ना महिला है।

बसपा ने बताया मानसिक विक्षिप्त

साधना सिंह के इस बयान पर पलटवार करते हुए सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से उन्होंने हमारी पार्टी अध्यक्ष के लिए शब्दों का इस्तेमाल किया है वो भाजपा का स्तर दिखाता है। सपा और बसपा के गठबंधन की घोषणा के बाद भाजपा नेताओं ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है, उन्हें आगरा या बरेली के मानसिक अस्पताल में एडमिट कराना चाहिए।