बेल्जियम सरकार एवं यूरोपीय संघ से जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से निपटने की मांग

ब्रसेल्स के कम से कम 70,000 लोगों ने ठंड एवं बारिश के बावजूद रविवार को रैली निकाल कर बेल्जियम सरकार एवं यूरोपीय संघ से जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से निपटने के प्रयासों को और तेज करने की मांग की। जलवायु को लेकर बेल्जियम की राजधानी में पिछले दो महीनों में हुई यह चौथी रैली है जिसमें कम से कम 10,000 लोगों ने भाग लिया।

इस रैली को जलवायु के मुद्दे पर हुई बेल्जियम की अब तक की सबसे बड़ी रैली बताया जा रहा है। पुलिस का अनुमान है कि पिछले महीने हुए प्रदर्शन के मुकाबले इसमें ज्यादा भीड़ जुटी। राष्ट्र भर से आने वाली ट्रेनें इतनी भरी हुई थी कि हजारों लोग मार्च के लिए समय से नहीं पहुंच पाए। ग्लोबल वार्मिंग रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर बेल्जियम में करीब 35,000 छात्रों ने कक्षाएं छोड़ कर सड़कों पर प्रदर्शन किया।

वर्तमान में देश में कार्यवाहक सरकार है इसलिए बेल्जियम की राजनीति पर सीधा प्रभाव पड़ने की आशंका कम ही है। लेकिन इन प्रदर्शनों ने जलवायु परिवर्तन को यहां एक एजेंडा बना दिया है जहां पार्टियां मई के राष्ट्रीय एवं यूरोपीय संघ के चुनावों के लिए तैयारियां कर रही हैं।