बिहार में सरकार बनते ही नीतीश कुमार ने किए ये पांच काम, जानकर लोग हुए हैरान

स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बेगूसराय और बक्सर में मेडिकल कॉलेज अस्पताल की स्थापना का मुद्दा कोर्ट में लंबित हैं . इन दोनों स्थानों पर न्यायालय के द्वारा टकराव के निबटारे के बाद निर्माण को लेकर कार्रवाई की जाएगी .

 

दूसरी ओर, भोजपुर में मेडिकल कॉलेज अस्पताल को लेकर अभी टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं की गयी है . वहीं, जमुई और महुआ (वैशाली) में मेडिकल कॉलेज अस्पताल को लेकर टेंडर जारी किया गया व निर्माण के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं . सूत्रों के अनुसार निर्माण के विभिन्न चरणों में राशि उपलब्ध करायी जा रही है .

बिहार में अगले पांच वर्षो में 11 नये मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनाने की तैयारी प्रारम्भ की गयी है . इन मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के निर्माण के बाद राज्य में मेडिकल कॉलेज अस्पतालों की संख्या बढ़कर 26 हो जाएगी .

प्रदेश में वर्तमान में 6 पुराने और तीन नव संचालित कुल 09 सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल संचालित हैं . जबकि निजी क्षेत्र में छह मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहरसा, बिहटा, मधुबनी, किशनगंज, कटिहार और सासाराम में संचालित हैं .

चुनाव से अच्छा पूर्व सीवान में मेडिकल कॉलेज अस्पताल का सीएम नीतीश कुमार ने शिलान्यास किया था व वहां भी भूमिपूजन किया जा चुका है . इन अस्पतालों के अगले पांच वर्षो के अंदर पूर्ण होकर पढ़ाई प्रारम्भ होने की उम्मीद है . इससे बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी होगी व सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य व्यवस्था आमलोगों को उपलब्ध होगी . बिहार से दूसरे प्रदेशों में मरीजों के उपचार के लिए जाने की गति भी कम होगी .

बिहार में कोविड-19 महामारी व बिहार विधानसभा आम चुनाव को लेकर लगे आदर्श आचार संहिता के कारण प्रदेश में नये मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के निर्माण की प्रक्रिया धीमी पड़ गयी थी लेकिन नई सरकार के गठन के साथ ही इनमें तेजी आ गयी है. इनमें प्रदेश के सीतामढी, झंझारपुर, पूर्णियां, छपरा व समस्तीपुर में पांच मेडिकल कॉलेज अस्पताल शामिल है . इनका कार्यारंभ पहले हो चुका है .