बाजार में नहीं बिकेगी कोरोना वैक्सीन, यहाँ पड़ेगा लेना, जानिए क्या होगी कीमत

स्वास्थ्य मंत्रालय की माने तो कोविन ऐप को बीते साल अक्टूबर महीने से बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। ये पूरा मैनेजमेंट सिस्टम ऐप और पोर्टल के रूप में उपलब्ध है। जहां जहां वैक्सीनेशन होना है वो पॉइंट या फिर वैक्सीनेशन साइट का पता जैसे ही जिले के अधिकारी डाटा अपलोड करेंगे  क्रिएट हो जाएगी।

वैक्सीन सहमति से ही प्रदान की जाएगी। जो शख्स लेने से मना करता है उसकी सूचना सूची से हटा दी जाएगी। यदि कोई शख्स जिसका वैक्सीन लेने वालों की लिस्ट में नाम है उसको मैसेज गया है वो वैक्सीनेशन साइट पर नहीं पहुंच पाया है तो फिर उसका नाम आगे जो भी वैक्सीनेशन होगा उसमें सम्मिलित किया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक कुछ ही दिन पहले सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड एवं भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी प्रदान की है। 16 जनवरी से देश में पहले चरण का टीकाकरण अभियान शुरू होगा।इस दौरान फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन प्रदान की जाएगी। इसके बाद 50 साल के ऊपर उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।

भारत बायोटेक अपनी वैक्सीन, भारत सरकार को 295 रुपये प्रति खुराक की दर से बेच रही है। केंद्र सरकार की ओर से 55 लाख वैक्सीन का ऑर्डर दिया गया है। विशेष बात यह है कि भारत बायोटेक, सरकार से केवल 38.5 लाख वैक्सीन का शुल्क ले रहा है। सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को भी 1.1 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर प्रदान किया है। कोविशील्ड वैक्सीन का दाम 200 रुपये प्रति खुराक है।

कोरोना महामारी को मात देने हेतु भारत में वैक्सीनेशन प्रोग्राम 16 जनवरी से प्रारंभ होने वाला है। इसके पूर्व चरण में 3 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएंगी।

वैक्सीनेशन प्रोग्राम प्रारंभ होने के पूर्व नीति आयोग ने बुधवार को साफ कर दिया है कि जिन वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली है उनको बाजार में बिक्री की इजाजत नहीं होगी। नीति आयोग के अधिकारियों की माने तो सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की वैक्सीन को बाजार में बिक्री की इजाजत तभी प्राप्त होगी जब सरकार उनको अनुमति देगी।