बसपा की मायावती ने इस बात पर इन नेताओ की लगाई क्लास, जानिए ये है वजह

बसपा ने लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश को छोड़कर सारे देश में पार्टी के बेकार  प्रदर्शन पर सात राज्यों के प्रभारियों  पूर्व  वर्तमान विधायकों की जमकर क्लास लगाई है.

पार्टी को लोकसभा चुनाव 2019 में केवल उत्तर प्रदेश में ही 10 सीटें मिली हैं. जबकि देश भर में पार्टी ने अपना वोट फीसदी बढ़ाया है. लेकिन उसे जीत में तब्दील नहीं कर सकी है.

इससे पहले बीएसपी प्रमुख ने चुनाव के बाद आत्मनिरीक्षण मीटिंग के  फैसले को सिरे से नकार दिया था.  शनिवार की मीटिंग में मायावती ने कार्यकर्ताओं से ईवीएम का जवाब अपना जनाधार बढ़ाकर देने का आह्वान किया.

बसपा सुप्रीमों ने राजस्थान के प्रभारी मुनकाद अली को हटाकर उनकी स्थान राम जी गौतम  धर्मवीर अशोक को प्रभारी बना दिया है. एमपी के प्रदेश अध्यक्ष डीपी चौधरी को हटा दिया है उसकी स्थान रमाकांत सिंपल प्रदेश को संभालेंगे.

इसके अतिरिक्त पार्टी के पदाधिकारी ग्वालियर  रीवा के प्रभारी मुकेश अहवार को कड़ी चेतावनी दी है. पदाधिकारी राम सखा वर्मा को कठोर आदेश दिए हैं.
शनिवार को दिल्ली स्थिति रकाबगंज रोड पार्टी मुख्यालय पर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक हुई मैराथन मीटिंग में बीएसपी सुप्रीमों ईवीएम का जवाब जनाधार बढ़ाकर देने का ऐलान किया है. इसके लिए पार्टी अब बूथ लेवल पर अपने कॉडर को सक्रिय करने की कवायद शुरु करने की तैयारी में है.

शनिवार की मीटिंग में सात प्रदेश बिहार, झारखंड, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ गुजरात, उड़ीसा के प्रभारी  विधायकों समेत पार्टी के कॉडर नेता भी शामिल हुए. इसमें 6 विधायक राजस्थान से 2 मध्यप्रदेश  दो विधायक छत्तीसगढ़ से भी इस मीटिंग में शिरकत करने के लिए पहुंचे. अब पार्टी तीन जून को उत्तर प्रदेश को लेकर मीटिंग करेगी.