बसंत पंचमी के दिन करे ये काम , पूरे होंगे सब काम

सरस्वती पूजन के दौरान स्लेट, कॉपी, किताब तथा पेंसिल-पेन का स्पर्श कराया जाता है। इसी तरह गांवों में आज भी बसंत पंचमी के साथ 40 दिनों का ‘फाग उत्सव’ शुरू हो जाता है।

सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्योहार जीवन में खुशी लाएगा अपार सरस्वती विराजे आपके द्वारशुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं! हल्के हल्के से हों बादल खुला-खुला हो आकाश! ऐसे सुहाने मौसम में हो, खुशियों का आगाज वसंत पंचमी की बधाई! मां सरस्वती का वसंत है .

त्यौहार आपके जीवन में आए सदा बहार सरस्वती द्वार आपके विराजे हर पल हर काम आपका हो जाए सफल वसंत पंचमी की शुभकामनाएं! सर्दी को तुम दे दो विदाई, वसंत की अब ऋतु है आई, फूलों से खुशबू लेकर महकती हवा है.

आई बागों में बहार है आई, भंवरों की गुंजन है लाई उड़ रही है पतंग हवा में जैसे तितली यौवन में आई देखो अब वसंत है आई वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं! .

नए रंग हो नयी उमंगें आंखों में उल्लास नया, नए गगन को छू लेने का मन में हो विश्वास नया, नए वर्ष में चलो पुराने मौसम का हम बदलें रंग, नयी बहारें लेकर आए जीवन में मधुमास नया वसंत पंचमी की बधाई!

किसी की कोई आवाज नहीं आ रही थी। यह देखकर ब्रम्हाजी ने अपने कमंडल में से पृथ्वी पर जल छिड़का। उन जलकणों के पड़ते ही पेड़ों से एक शक्ति उत्पन्न हुई, जो दोनों हाथों में वीणा लिए हुए बजा रही थी। उस देवी को सरस्वती कहा गया। इसलिए बसंत पंचमी के दिन हर घर में सरस्वती की पूजा भी की जाती है।