बजट पर कोरोना की मार, प्रिंट नहीं किया जा रहा इस साल बजट बस अब तो…

कोरोना के कहर से वित्त मंत्रालय भी अछूता नहीं रहा है. कोरोना की वजह से ही इस साल बजट को प्रिंट नहीं किया जा रहा है. बजट के अलावा अलावा इकोनॉमिक सर्वे को भी प्रिंट नहीं किया जाएगा.

इसका मतलब ये होगा कि बजट की हार्ड कॉपी सांसदों को नहीं दी जाएंगी. बजट और आर्थिक सर्वे की सॉफ्ट कॉपी ऐप से मिल सकेगी. बजट सत्र का पहला हिस्सा 29 जनवरी से 15 फरवरी तक चलेगा और दूसरा हिस्सा 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा.

 

पहले चरण के पहले दिन ही इकोनॉमिक सर्वे को सदन में पेश कर दिया जाएगा. 1 फरवरी को संसद में डिजिटल बजट (Digital Budget) पेश किया जाएगा, जिस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं.