बगैर नाम लिए चीन ने दी भारत को सफाई, कहा नेपाल के साथ…खिलाफ नहीं…

नेपाल की थल सेना द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक उन्होंने कोविड-19 महामारी से लड़ने में नेपाली थल सेना को अतिरिक्त सहायता उपलब्ध कराने का भी वादा किया. उल्लेखनीय है .

 

एक चीन नीति के तहत बीजिंग ताईवान तिब्बत को चीन के हिस्सा के तौर मान्यता देने को कहता है. बयान में कहा गया है कि तिब्बत की सीमा से लगे नेपाल में भारी निवेश ऋण प्रदान कर सबंध प्रगाढ़ करने के साथ चीन यह चाहता है कि काठमांडू तिब्बतियों को तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा से मुलाकात के लिए निर्बाध रूप से धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश,भारत) जाने से रोके.

बगैर नाम लिए दी भारत को सफाई चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमारा मानना है कि हमारा सहयोग आपसी हित में है नेपाल में सामाजिक-आर्थिक विकास के अनुकूल है. यह संबंध किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं है.’

चीनी रक्षा मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा कि अपनी यात्रा के दौरान स्टेट काउंसलर जनरल वेई ने ‘एक चीन’ नीति का समर्थन करने को लेकर नेपाली नेतृत्व की सराहना भी की. साथ ही नेपाल की संप्रभुता, स्वतंत्रता क्षेत्रीय अखंडता की हिफाजत के लिए मजबूत समर्थन की भी पेशकश की.

चीन ने कहा कि नेपाल के साथ उसके करीबी संबंध किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं है. उल्लेखनीय है कि चीन ने अपने रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगे की नेपाल की हालिया यात्रा में दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत करने पर जोर दिया है.

उन्होंने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की परस्पर हित के विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. चीनी रक्षा मंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान कोविड-19 महामारी के चलते प्रभावित हुए सैन्य अभ्यास व प्रशिक्षण बहाल करने के तरीकों पर नेपाल के सेना प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा के साथ वार्ता की.