इस वजह से इन्होंने दिया इस्तीफा
टाइम्स ऑफ इंडिया की समाचार के मुताबिक मिंत्रा के सीईओ अनंत नारायण व सीएफओ दीपंजन बासु ने कंपनी को छोड़ने का नोटिस दे दिया है. फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति से पटरी न बैठने के कारण इन दोनों व्यक्तियों ने अपना त्याग पत्र दिया है. वालमार्ट ने नारायण को कृष्णमूर्ति को रिपोर्ट करने को बोला था. इससे पहले नारायण बिन्नी बसंल को रिपोर्ट करते थे.
सहयोगी कंपनियों पर भी छंटनी की तलवार
फ्लिपकार्ट की सहयोगी कंपनियों में कार्य कर रहे कर्मचारियों पर भी छंटनी की तलवार लटक रही है. माना जा रहा है कि फ्लिपकार्ट अब जबोंग व मिंत्रा में कार्य कर रहे बहुत ज्यादाकर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा देगी. सूत्रों को मुताबिक मिंत्रा में 500 व जबोंग में तकनीकि, वित्त व मानव संसाधन जैसे विभागों से कई लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.
कुछ वर्ष पहले लगा था बिन्नी पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप
बता दें कि बिन्नी बंसल ने फ्लिपकार्ट के सीईओ पद से त्याग पत्र दिया था. बिन्नी ने बोला कि यह समय उनके व उनके परिवार के लिए बहुत ज्यादा चुनौती भरा है. जानकारी के मुताबिक बिन्नी पर लगा यौन दुर्व्यहार का मामला कुछ वर्ष पूर्व का है.
सूत्रों के मुताबिक बिन्नी के विरूद्ध यौन दुर्व्यवहार का आरोप जुलाई में लगा था. आरोप लगाने वाली फ्लिपकार्ट की पूर्वकर्मी थीं व आरोप लगाने के समय पर कंपनी छोड़ चुकी थीं. सूत्रों के मुताबिक हालांकि जांच में आरोप की पुष्टि नहीं हो पाई थी, लेकिन बिन्नी की ओर से भी लापरवाही पाई गई थी.
पर्सनल दुर्वव्यवहार का यह मामला 2016 का है, जब कंपनी की एक पूर्व महिला कर्मचारी ने यह आरोप लगाया था. हालांकि उक्त महिला कर्मचारी ने कंपनी को 2012 में ही अलविदा कह दिया था. महिला ने फ्लिपकार्ट छोड़ने के बाद 2016 में एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी खोली व एक बार फिर से बिन्नी बंसल के संपर्क में आई. इसके बाद उक्त महिला ने वालमार्ट के सीईओ डग मैकमिलन को दुर्वव्यवहार के मामले की शिकायत की थी.
वालमार्ट बिन्नी द्वारा अधिग्रहण के वक्त इस बात की जानकारी न देने से नाराज था. वालमार्ट ने एक अंतर्राष्ट्रीय कानूनी फर्म से मामले की सुनवाई करने को बोला था. जुलाई 2018 में बिन्नी के विरूद्ध यौन दुर्व्यवहार का मामला सभी के सामने आया था. जिसने आरोप लगाया था वह फ्लिपकार्ट की पूर्व कर्मी थी. हालांकि, आंतरिक जांच में आरोप की पुष्टि नहीं हो पाई.
बिन्नी बंसल ने कर्मचारियों को लिखे लेटर में बोला वो फिल्हाल कंपनी के सबसे बड़े शेयर धारक बने रहेंगे व निदेशक बोर्ड में सदस्य के तौर पर कार्य करते रहेंगे. बिन्नी ने कर्मचारियों को भेजे गए एक ई-मेल में बोला है कि अपने ऊपर लगे आरोपों से वह सन्न हैं व वह इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हैं.