गौरतलब है कि फेक अकाउंट्स, फेक न्यूज और प्रोपैगेंडा को लेकर फेसबुक की लगातार आलोचना हो रही है। हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें कहा गया था कि फेसबुक फेक न्यूज और अमेरिकी इलेक्शन में रूस की दखलअंदाजी को पकड़ने और इससे निपटने में फेल रहै है। हालांकि इस दावे पर कंपनी ने पलटवार किया और ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी कर फेक अकाउंट्स हटाने के आंकड़े दिए हैं।