प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा में सपा, बसपा और कांग्रेस के गिनवा डाले ऐसे काम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोसाईगंज के मयाबाजार में आयोजित जनसभा में बुधवार को विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस ने श्रमिकों के हित में कोई कार्य नहीं किया। सिर्फ इन्हें वोट बैंक में बांटकर अपना फायदा उठाया है। कोई गरीब यह नहीं चाहता कि उसका बेटा भी गरीब रहे। उसे आवश्यकता एक संबल की होती है, जिसे हमारी सरकार ने पहली बार देने का काम किया है, जिससे गरीबों को उन्हें आगे बढ़ने में मदद कर सके।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह मर्यादा पुरुषोत्म की धरती है। यह देश के स्वाभिमान की धरती है। हम नये भारत के सपने को साकार करने की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन इस मजबूत भारत निर्माण के बीच हम सपा-बसपा और कांग्रेस के आदर्शों और कार्यों को भी बताना चाहते हैं। उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती पर कहा कि बहन जी ने बाबा साहब के नाम का हमेशा उपयोग किया लेकिन उन्होंने उनके आदर्शों के विपरीत काम किया। कभी भी उन्होंने श्रमिकों के हितों की चिंता नहीं की।

उन्होंने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा हमेशा लोहिया के आदर्शों का नाम लेती है लेकिन यूपी में सरकार बनने पर कानून व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया। लोहिया के सभी आदर्शों को मिट्टी में मिला दिया। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या लोहिया के आदर्शों की बात करने वालों को गरीबों की चिंता करनी चाहिए कि नहीं। उन्होंने कहा कि ये लोग सिर्फ लोहिया का नाम लेकर खुद की स्वार्थ में लगे रहे।

कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि 60 से 70 साल तक शासन करने वाली कांग्रेस सरकार को भी श्रमिकों की कभी चिंता नहीं रही। इन पार्टियों ने कभी भी 40 करोड़ श्रमिकों काे आगे बढ़ाने की चिंता नहीं की। यदि ये पार्टियां चिंता की होती तो श्रमिकों की यह हालत नहीं होती। इन पार्टियों ने गरीबों, श्रमिकों को बांटकर सिर्फ अपना फायदा पहुंचाया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पहली बार गरीबों और श्रमिकों की चिंता की और उनके लिए तमाम योजनाएं चलायी, जिससे गरीबों को संबल मिला और वे आज प्रगति कर रहे हैं। चाय वाला कभी नहीं चाहता कि उसका बेटा कभी चाय वाला बने। बेटे को आगे बढ़ाने के लिए उसे एक संबल की जरूरत होती है। ऐसे में हमारी सरकार ने उसे संबल देने का काम किया है। इससे गरीब आगे बढ़ रहा है।