पुलवामा हमलाः केंद्र सरकार से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग कर रहा देश

पुलवामा में हुई आतंकी वारदात के बाद देशभर में जबर्दस्त आक्रोष है। देश केंद्र सरकार से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग कर रहा है। देश के कई शहरों में लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है। वहीं पाकिस्तान और उसके आतंकियों की इस कायराना हरकत को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है।  एक्शन में आ गई है। पीएम मोदी ने कहा कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। आज सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य सदस्य इसमें शामिल होंगे। यह बैठक संभवत: सुबह 9 बजे के करीब होगी। वहीं, एनआईए की एक टीम आज सुबह घटनास्थल पर जाकर जांच शुरू करेगी। एनआईए के एक आईजी रैंक के अधिकारी इस टीम की अगुवाई करेंगे। बताया जा रहा है इस टीम में 12 सदस्य हो सकते हैं। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी आज पुलवामा जाएंगे और हालात का जायजा लेंगे। आतंकी हमले के बाद NSA अजीत डोवल लगातार की हालात पर नजर बनाए हुए हैं और सीनियर अधिकारियों से जानकारी ले रहे हैं। भूटान दौरे पर गए गृह सचिव को वापस बुला लिया गया है।

घाटी में सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के बाद पूरे दक्षिण कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। वहीं, श्रीनगर जिले में इंटरनेट की स्पीड को कम कर 2 जी पर ला दिया गया है। साथ ही पूरे कश्मीर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक आठ फरवरी को खुफिया एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया था। अलर्ट में कहा गया था कि आतंकी राजमार्ग पर आईईडी से हमला कर सकते हैं।

आपको बता दें कि गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बड़ा आतंकी हमला हुआ। इस हमले में CRPF के 44 जवान शहीद हो गए। जबकि कई जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं। आतंकियों ने ये हमला CRPF की 76 बटालियन की बसों पर किया।  CRPF की 70 गाड़ियों का ये काफिया जम्मू से श्रीनगर जा रहा है था। काफिले में शामिल थे करीब 2500 जवान थे। उरी में 18 सितंबर 2016 में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर में यह सुरक्षाबलों पर यह अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला है। उरी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर स्थित अवंतिपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक काफिले को निशाना बनाया। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि आदिल अहमद डार नाम के आतंकी ने इस काफिले पर हमले की साजिश रची थी। विस्फोटकों से भरी एक गाड़ी लेकर आए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल ने सीआरपीएफ जवानों के काफिले की बस में टक्कर मार दी। आत्मघाती हमलावर आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था। इस हमले के बाद दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किया गया है।