पीएम मोदी को लेकर इमरान ख़ान ने कही ये बात, मच सकता बवाल

इमरान ख़ान ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ज़िक्र करते हुए कहा, “मोदी से बातचीत के ज़रिए मसले के हल की कोशिश की. फिर कहता हूँ बातचीत के अलावा मसले का कोई दूसरा हल नहीं है.

 

हमें शुरू में यह बात नहीं समझ में आई कि भारत बातचीत से क्यों परहेज़ करता है, फिर पुलवामा की घटना हुई तब पता चला कि यह बातचीत नहीं चाहते, यह चुनाव जीतना चाहते हैं.”

इमरान ख़ान ने आगे कहा, “भारतीय प्रधानमंत्री को दावत है कि आएँ हमारे साथ मिलकर कश्मीर समस्या का समाधान करें. भारत पाँच अगस्त, 2019 का विवादित फ़ैसला वापस ले. कश्मीरियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार उनका हक़ दे, फिर हम भारत से बातचीत करने के लिए तैयार होंगे.”

इमरान ख़ान ने भारत प्रशासित कश्मीर में रहने वालों को संबोधित करते हुए कहा, “कश्मीरियों को मेरा संदेश है कि जब भी उन्हें आत्मनिर्णय का अधिकार मिलेगा और वो अपने भविष्य का फ़ैसला करेंगे तो इंशाअल्लाह वो पाकिस्तान के हक़ में फ़ैसला करेंगे. उसके बाद हम उन्हें पूरा अधिकार देंगे कि वो आज़ाद रहना चाहते हैं या पाकिस्तान का हिस्सा बनना चाहते हैं.”

इमरान ने कहा कि पूरा पाकिस्तान और पूरी मुस्लिम दुनिया कश्मीरियों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि कोई मुस्लिम देश किसी कारण अगर कश्मीर का समर्थन नहीं भी करता है तो उस देश के नागरिक कश्मीरियों के साथ खड़े हैं. इमरान ने कहा कि इंसाफ़ चाहने वाले ग़ैर-मुस्लिम भी यही कहते हैं कि कश्मीरियों को उनका हक़ मिलना चाहिए.

अख़बार दुनिया के अनुसार कश्मीर एकजुटता दिवस के मौक़े पर पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में आयोजित एक जलसे को संबोधित करते हुए इमरान ख़ान ने कहा, “मेरा यहाँ आने का मक़सद दुनिया को यह संदेश देना था .

दुनिया ने 1948 में संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीरियों को अपने भविष्य का फ़ैसला करने का हक़ दिया था, दुनिया को याद कराने आया हूं कि वो कश्मीरियों को वो हक़ दें. संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी हमेशा याद दिलाऊंगा कि उन्होंने कश्मीरियों के हवाले से अपना वादा पूरा नहीं किया.”

पाकिस्तान से छपने वाले उर्दू अख़बारों में इस हफ़्ते भारत प्रशासित कश्मीर से जुड़ी ख़बरें सबसे ज़्यादा सुर्ख़ियों में रहीं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर कश्मीर के मसले को बातचीत के ज़रिए हल करने की दावत दी है.