पीएम पद की रेस में कूदे BJP के बागी यशवंत सिन्हा

भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता यशवंत सिन्हा अक्सर मोदी सरकार पर निशाना साधते रहते हैं और सरकार की नीतियों के खिलाफ खुलकर बोलते हैं। उन्होंने मोदी सरकार के दौरान रोजगार संकट को लेकर जमकर हमला बोला था। लेकिन अब उन्होंने मोदी सरकार को प्रस्ताव दिया है कि वह रोजगार सृजन, सड़क निर्माण से लेकर उद्योग को बढ़ावा देने में सक्षम हैं। पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश की सबसे बड़ी समस्या है कि मोदी सरकार के दौरान करोड़ो रोजगार का सृजन नहीं हुआ।

रोजगार को लेकर खड़ा किया सवाल

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश की समस्या यह है कि करोड़ों रोजगार का सृजन नहीं होना और लाखो किलोमीटर सड़क का निर्माण नहीं होना भारत को एक ऐसे नेता की जरूरत है जो कृषि को फायदे का सौदा बना सके और यह फायदे का काम हो, सिंचाई की योजना बना सके, शहरो और उद्योगों को बढ़ावा दे सके। हमे देश में कई सारे काम करने की जरूरत है। हमे किसी ऐसे की तलाश करने की जरूरत है इस बात को समझ सके और काम करना शुरू कर सके।

मैं खुद कर सकता हूं

सिन्हा से जब पूछा गया कि आप जिस व्यक्ति की बात कर रहे हैं जो ये सारे काम कर सके वो कौन हो सकता है तो उन्होंने कहा कि मेरे दिमाग में अभी ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है। इस काम के लिए मेरे दिमाग में जो सबसे करीब व्यक्ति है वह मैं खुद हूं। विपक्षी दल जिस तरह से एकजुट हो रहे हैं और आगामी चुनाव में भाजपा को चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं उसपर सिन्हा ने कहा कि विपक्ष में सभी नेता प्रधानमंत्री उम्मीदवार हैं।

गडकरी नहीं ले सकते हैं मोदी की जगह

सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के प्रधानमंत्री के सवाल पर सिन्हा ने कहा कि गडकरी नरेंद्र मोदी की जगह नहीं ले सकते हैं क्योंकि अगर 2019 के चुनाव में भाजपा 200 से कम भी सीट जीतती है तो भी मोदी और अमित शाह रिटायर नहीं होंगे। नितिन गडकरी के लिए पीएम बनने की कोई उम्मीद नहीं है। गौर करने वाली बात है कि हाल ही में इस बात की रिपोर्ट सामने आई थी कि नितिन गडकरी देश के अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं, हालांकि खुद गडकरी ने इसे सिरे से खारिज करते हुए तमाम कार्यकर्ताओं से अपील की थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरी ताकत से दूसरी बार पीएम बनाने में जुट जाएं।

सबकुछ मोदी-शाह के हाथ में

यशवंत सिन्हा ने कहा कि मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं कि मैं जानता हूं कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने सबकुछ अपने हाथ में ले रखा है, ऐसे हालात में अगरभाजपा 200 से कम सीटें भी जीतती है तो ये दोनों नेता रिटायर नहीं होंगे। यह अच्छी बात है कि कुछ मीडिया संस्थान नितिन गडकरी को आगे बढ़ा रहे हैं और कह रहे हैं कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जगह ले सकते हैं। हालांकि उन्होंने इस संभावना से साफ इनकार किया है।