केदारनाथ (Kedarnath) में रुद्र ध्यान नामक जिस गुफा में कभी सन्नाटा पसरा रहता था, वह पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के ध्यान लगाने के बाद गुलजार हो गयी है व पहली बार उसके लिए 78 प्री-बुकिंग हुई है। साल 2018 में यह गुफा आम लोगों के लिए खोली गयी थी व तब से पहली बार सितंबर के लिए 19 व अक्टूबर के लिए 10 पर्यटकों ने पहले से बुकिंग कराई है।
इस वर्ष मई में आम चुनाव के अंतिम दिनों के दौरान मोदी ने उत्तराखंड में केदारनाथ धाम से महज एक किलोमीटर दूर रुद्र गुफा (Rudra Cave) में एक दिन ध्यान लगाकर बिताया था। इस गुफा का प्रबंधन गढ़वाल मंडल विकास निगम के जिम्मे है।
पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल (Prahalad Patel) ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिंदुस्तान में पर्यटन के ब्रांड एंबैसडर हैं। उनकी उपस्थिति अतुलनीय है व वह जहां कहीं जाते हैं, लोगों का ध्यान खींचते हैं। वह हमारे सबसे बड़े ब्रांड एंबैसडर हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस वर्ष जिस रुद्र गुफा में वह गये थे, वहं अब पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ जुटने लगी है। यह देश के पर्यटन के लिए बहुत बड़ी बात है। मुझे बताया गया कि रुद्र गुफा में पहली बार प्री-बुकिंग हुई।
पीएम की यात्रा के बाद से बढ़ रही है बुकिंग
मोदी की यात्रा के तत्काल बाद गुफा के लिए मई में चार, जून में 28, जुलाई में 10, अगस्त में आठ, सितंबर में 19 व अक्टूबर में 10 बुकिंग हुई। निगम के एक ऑफिसर ने कहा, ‘‘ हमें सितंबर व अक्टूबर दीपावली तक व बुकिंग मिलने का यकीन है, जब भयंकर सर्दी पड़ने लगती है। उसके बाद हम मई 2020 के लिए बुकिंग करेंगे। ’’
इतना है किराया
इस गुफा को रात्रि के लिए 1500 रुपये में व दिन में प्रातः काल छह बजे से शाम छह बजे तक के लिए 999 रूपये में बुक कराया जा सकता है। ऑफिसर ने बोला कि चूंकि यह गुफा सुदूर क्षेत्र में है व ध्यान लगाने के लिए है इसलिए एक बार में केवल एक आदमी को यहां जाने की अनुमति होती है। वैसे यह गुफा नितांत एकांत जगह है लेकिन उसमें एक फोन लगाया गया है जिसे आपात स्थिति में आंगुतक प्रयोग कर सकता है।
गुफा में मिलती हैं ये सुविधाएं
इस गुफा में आगंतुकों के लिए बिजली पानी की व्यवस्था है व इसके भीतर बाथरूम व हीटर भी है। यहां पर्यटक को प्रातः काल की चाय, नाश्ता, लंच, शाम की चाय व डिनर परोसा जाता है। सुविधा के अनुसार इन सेवाओं के समय में फेरबदल किया जा सकता है। गुफा में एक घंटी भी लगी है, जिसे बजाकर सहायक को बुलाया जा सकता है। गुफा में आगंतुक के लिए 24 घंटे सहायक की व्यवस्था की गयी है।