पाकिस्तान के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को हिंदुस्तान के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक से जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित गलियारे की नींव वहां के पीएम इमरान खान बुधवार को रखेंगे। इससे इंडियन सिख श्रद्धालुओं को वीजा मुक्त आवाजाही की सुविधा मिल सकेगी।पाक ने इस प्रोग्राम के लिए हिंदुस्तान के 25 पत्रकारों के समूह को आमंत्रित किया है।
कूटनीतिक गलियारे में चर्चा है कि करतारपुर कॉरीडोर के माध्यम से पाकिस्तान दोनों राष्ट्रों के बीच रिश्तों में जमी बर्फ को पिघलाने के लिए प्रयास कर सकता है। इसी कड़ी में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को बोला कि वह सार्क शिखर सम्मेलन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करेंगे।
की रिपोर्ट के मुताबिक हिंदुस्तान ने पाकिस्तान के इस तरह के किसी ‘दिखावे’ को खारिज करते हुए बोला है कि पाकिस्तान एकतरफा निर्णय लेते हुए इस तरह से किसी को ‘आमंत्रित’ नहीं कर सकता।उल्लेखनीय है कि 2016 से सार्क शिखर सम्मेलन का आयोजन दोनों राष्ट्रों के तल्ख रिश्तों की पृष्ठभूमि में नहीं हो सका है।
इस विषय में बोला जा रहा है कि सार्क शिखर सम्मेलन का आयोजन तभी हो सकता है जब सभी सदस्य राष्ट्र इसके लिए सहमत हों। सम्मेलन के लिए सदस्यों के बीच तारीखें तय होने के बाद ही निमंत्रण भेजा जा सकता है। इस विषय में से एक सूत्र ने कहा, ”भारत सार्क शिखर सम्मेलन में विशेष आमंत्रित सदस्य नहीं है, जिस कारण पाकिस्तान इसको आमंत्रित कर सकता है। हिंदुस्तान सार्क प्रक्रिया का अहम अंग हैसभी सदस्य राष्ट्रों की सहमति से ही सार्क सम्मेलन के लिए तारीखें तय हो सकती हैं। लेकिन ऐसा हुआ नहीं है। ”
सूत्रों के मुताबिक करतारपुर कॉरीडोर के उद्घाटन के दौरान पाकिस्तान पीएम इमरान खान इंडियनपत्रकारों से वार्ता कर सकते हैं व उस क्रम में कूटनीतिक चतुराई दिखाने के लिए सार्क सम्मेलन के आयोजन का कार्ड उनकी तरफ से खेला जा सकता है।
करतारपुर कॉरीडोर
उल्लेखनीय है कि पाक में करतारपुर साहिब, रावी नदी के पार डेरा बाबा नानक से करीब चार किलोमीटर दूर है। सिख गुरू ने 1522 में इसे स्थापित किया था। पहला गुरुद्वारा, गुरुद्वारा करतारपुर साहिब यहां बनाया गया था जहां माना जाता है कि गुरू नानक देव जी ने अंतिम दिन बिताए थे।
पाकिस्तानी विदेश ऑफिस के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने मंगलवार को बोला कि करतारपुर गलियारे के छह महीने में पूरा होने की उम्मीद है। यह कदम अगले वर्ष गुरू नानक जी की 550वीं जयंती से पहले उठाया गया है। हिंदुस्तान ने भी बोला है कि वह गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक एक गलियारा विकसित करेगा जिससे गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर जाने वाले सिख श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके।