पाक द्वारा उठाए गए इस बड़े कदम से पंजाब में मंडराया खतरा, अमरिंदर ने बुलाई आपातकालीन बैठक

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत के कई राज्यों में सोमवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई जबकि पाकिस्तान द्वारा भारतीय क्षेत्र में पानी छोड़े जाने के बाद पंजाब के सीमावर्ती जिले फिरोजपुर में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। दिल्ली में  शाम हल्की बारिश हुई जबकि दिन के समय अधिकतर बादल छाए रहे। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस रहा जोकि सीजन के औसत तापमान से एक डिग्री नीचे है।

मौसम विभाग के अनुसार. दिल्ली में शाम साढ़े 5 बजे तक 2.4 मिमी बारिश हुई। आर्द्रता का स्तर 97 प्रतिशत से 60 प्रतिशत रहा।अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा भारतीय क्षेत्र में पानी छोड़े जाने के चलते सतलुज नदी के जलग्रहण क्षेत्र में तटबंधीय क्षेत्र का मुख्य हिस्सा बह गया, जिसके बाद पंजाब के फिरोजपुर जिले के कुछ गांव बाढ़ के खतरे का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने ऐहतियाती तौर पर सतलुज नदी से लगे अति संवेदनशील गांवों को खाली कराने की घोषणा की है। पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि फिरोजपुर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है, जबकि बाढ़ के खतरे के मद्देनजर ऐहतियाती तौर पर एनडीआरएफ और सेना की टीमों को तैनात किया गया है।

अधिकारियों ने कहा, “पाकिस्तान ने भारी मात्रा में पानी छोड़ा है, जिससे तेंदीवाला गांव के तटबंध को नुकसान हुआ है, और कुछ गांवों में बाढ़ का खतरा है।” पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला और रूप नगर जिलों में बाढ़ के हालात की उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में रविवार को हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हुई, जिससे अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे चला गया। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि राजस्थान के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान 2 से 7 सेंटीमीटर बारिश हुई।

अधिकारियों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार से हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हुई और 31 अगस्त तक बारिश की संभावना बनी रहेगी। उत्तर प्रदेश में लखनऊ में रविवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहे। अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, गोवा, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और केरल में अधिकांश स्थानों पर बारिश या गरज के साथ वर्षा दर्ज की गई।