पाकिस्तान में दिखा पीएम मोदी का डर, सिखों के लिए इस बड़े काम के जरिये बढ़ा रहा दोस्ती का हाथ

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने सिखों के पहले गुरु की जन्मस्थली ननकाना साहिब में गुरु नानक के नाम पर एक अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए 70 एकड़ जमीन आवंटित की है.

पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने गुरुवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि लाहौर से लगभग 80 किलोमीटर दूर ननकाना साहिब में बाबा गुरु नानक इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (बीजीएनआईयू) के निर्माण के लिए वित्त वर्ष 2019-20 के बजट में धनराशि आवंटित की जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना प्रांत में आने वाले विकास बजट का हिस्सा होगी.

उन्होंने कहा कि सरकार ननकाना साहिब में एक पुलिस लाइन, एक जेल और राष्ट्रीय पंजीकरण डेटाबेस प्राधिकरण भी स्थापित करेगी.पाकिस्तान में रहने वाले सिखों की मांग रही है कि ननकाना साहिब में गुरु नानक देव के नाम पर एक विश्वविद्यालय का निर्माण किया जाए.

उन्होंने कहा कि ननकाना साहिब में एक पुलिस लाइन्स, एक जेल और रजिस्ट्रेशन डेटाबेस अथॉरिटी भी स्थापित की जाएगी। पाकिस्तान में सिख लंबे समय से मांग कर रहे थे कि नानक देव जी के नाम पर यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी। 2003 में जब पंजाब में परवेज इलाही की सरकार थी तभी यूनिवर्सिटी का प्रस्ताव रखा गया था। दो साल पहले PML-N की नेतृत्व वाली सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी।

पाकिस्तान के एक अधिकारी ने कहा कि यूनिवर्सिटी बनने से पाकिस्तान में धार्मिक पर्यटन भी बढ़ेगा जिसका लाभ देश को मिलेगा। एक साल पहले पाकिस्तान ने बाबा गुरु नानक देव रिसर्च चेयर भी बनाई है जिससे सिखों में सकारात्मक संदेश जाए। पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता खुर्रम शहजाद ने कहा, ‘यह शुरुआत लाहौर की पंजाब यूनिवर्सिटी ने की है और यह देश में ऐसी पहली पहल है। इसमें बाबा गुरु नानकी की शिक्षाओं पर अध्ययन होगा। यह केवल सिखों की नहीं बल्कि अकैडमिक से जुड़े अन्य लोगों की मांग थी।’