पाकिस्तान में आई ये बड़ी आफत, भागते नजर आए लोग

धामराह ने कहा कि देश पर थोपी गई शासकों की आत्मकेंद्रित नीतियों की वजह से देश को काफी नुकसान हो चुका है. ऊपर से इन क्षेत्रों में जल संकट के कारण कृषि क्षेत्र को नुकसान होगा और इससे कई जिलों में किसान मुसीबत में फंस जाएंगे.

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रांत को पानी में उसका उचित हिस्सा नहीं मिलता है तो सरकार को लोगों का गुस्सा झेलना पड़ेगा. धामराह ने कहा कि सभी बैराज पानी की भारी किल्लत का सामना कर रहे हैं. इस कारण किसानों के साथ-साथ आम लोगों को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ेगा.

PPP के सचिव ने कहा, न केवल अर्थव्यवस्था बल्कि प्रांत भर के कई किसानों की आजीविका भी दांव पर लग गई है. उन्होंने सिंधु नदी प्रणाली प्राधिकरण (IRSA) के अध्यक्ष और इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार को ताउनसा लिंक नहर (Taunsa link canal) में सिंध के पानी पर ‘डाका डालने’ के लिए भी दोषी ठहराया. बता दें कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की कमान इमरान खान के हाथों में है.

डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, अजीज धामराह (Aajiz Dhamrah) ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सरकार के पदाधिकारियों ने हमेशा गलत और जनविरोधी नीतियों के जरिए सिंध प्रांत को पिछड़ेपन की ओर धकेलने की कोशिश की है.

उन्होंने ये भी कहा कि ‘अक्षम’ शासकों की कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने और देश भर के कृषक समुदायों को राहत प्रदान करने की कोई योजना नहीं है. धामराह ने कहा कि सिंध के लोग राज्य सरकार द्वारा बनाए गए ‘कृत्रिम जल संकट’ के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध शुरू करने के लिए तैयार हैं.

पाकिस्तान (Pakistan) प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की कुनीतियों की वजह से हर दिन नए संकट में फंसता जा रहा है. पहले इमरान के गलत फैसलों की वजह से देश की अर्थव्यवस्था का बेड़ा गर्क हुआ और अब पाकिस्तान में खाद्य संकट पैदा हो सकता है.

दरअसल, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के सिंध प्रांत के सचिव अजीज धामराह ने चेतावनी दी है कि अगर प्रांत के चावल की खेती वाले क्षेत्रों में किसान पानी के अभाव में धान की खेती नहीं कर पाए तो देश को गंभीर खाद्य संकट (Food Crisis) का सामना करना पड़ सकता है.