पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत के साथ हुआ रूस, दी ये चेतावनी, कहा भूलकर भी…

इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या एससीओ अध्यक्ष के रूप में रूस ने पाकिस्तान के समक्ष संबंधित मुद्दा उठाया है। बाबुश्किन ने कहा, ‘जहां तक भारत-पाकिस्तान विवाद का संबंध है, हमारी स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। हम उम्मीद करते हैं कि इस तरह की घटना न हो।’

बता दें कि सितंबर के मध्य में एससीओ सदस्य राष्ट्रों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की डिजिटल बैठक से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने तब बहिष्कार किया था, जब पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने ऐसा नक्शा प्रस्तुत किया, जिसमें कश्मीर को गलत तरीके से दिखाया गया था।

पीएम मोदी की इन टिप्पणियों को एससीओ में कश्मीर का मुद्दा उठाने के पाकिस्तान के प्रयास के संदर्भ में देखा गया था। रूसी मिशन के उपप्रमुख रोमन बाबुश्किन ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘यह एससीओ चार्टर का हिस्सा है कि द्विपक्षीय मुद्दों को (एससीओ के) एजेंडे में न लाया जाए और हमने यह सभी सदस्य देशों को स्पष्ट कर दिया है कि बहुपक्षीय सहयोग की प्रगति की खातिर इससे बचा जाना चाहिए।’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संगठन के डिजिटल शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में मंगलवार को समूह के आधारभूत सिद्धांतों का उल्लंघन कर एससीओ में द्विपक्षीय मुद्दों को ‘अनावश्यक रूप’ से लाने के बार-बार प्रयास करने वालों पर हमला बोला था।

कश्मीर मसले पर एक बार फिर भारत को रूस का समर्थन मिला है। रूस ने भारत की इस बात का समर्थन किया है कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में कश्मीर जैसे द्विपक्षीय मुद्दे नहीं उठाए जाने चाहिए। रूस ने कहा है कि ऐसा करना संगठन के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। इसने कहा कि ऐसा करना समूह के सिद्धांतों के खिलाफ है।