पाकिस्तान के लिया अब इस देश से पंगा , छोड़ी मिसाइल…

इमरान खान अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ शांति प्रक्रिया और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा के लिए अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर गुरुवार को काबुल पहुंचे हैं ।

 

इमरान का दौरा ऐसे समय हुआ है जब अफगान और तालिबान (Taliban) के बीच चल रही वार्ता के बावजूद हिंसा जारी है । लंबे समय से यह माना जाता रहा है कि पाक अफगानिस्तान को अस्थिर करने के लिए वहां आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देता है ।

मिली जानकारी के मुताबिक अफगानिस्तान में एक्टिव 6,500 पाकिस्तानी आतंकियों में से अधिकतर तहरीक-ए-तालिबान पाक (टीटीपी) के हैं ।

अफगान के लोग भी यह मानते हैं कि उनके देश में होने वाली आतंकवादी गतिविधियों में पाक का हाथ है । इसलिए वह इमरान की यात्रा का विरोध कर रहे हैं । उनका बोलना है कि इमरान यहां शांति के प्रयासों का ढोंग करने के लिए आये हैं ।

प्रदर्शनकारियों ने पाक विरोधी नारे लगाये और बोला कि पाक को हिंसा फैलाना बंद करना चाहिए। बता दें कि पाकिस्तानी पीएम इमरान खान अपने कुछ मंत्रियों के साथ अफगानिस्तान दौरे पर हैं। वैसे, इस तरह के प्रदर्शन केवल काबुल में ही नहीं दक्षिण पश्चिम पाकटिया और खोस्ट प्रदेश में भी हो रहे हैं।

पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की यात्रा को लेकर अफगानिस्तानमें विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। गुरुवार को भारी संख्या में लोगों ने काबुल की सड़कों पर उतरकर पाक के विरूद्ध नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों के हाथों में बैनर और पोस्टर थे, जिन पर लिखा था, ‘पाकिस्तान आतंकवाद का जनक, प्रायोजक और निर्यातक है’।