पश्चिम बंगाल में इन कार्यकर्ताओं को वोट डालने से लगाया रोक, जानिए ये हैं वजह

पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में मतदान केन्द्र संख्या 189 के बाहर मतदाताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. मतदाताओं का आरोप है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन्हें वोट डालने नहीं दिया. उत्तर 24 परगनी जिले का बसीरहाट लोकसभा सीट बांग्लादेश से सटा हुआ है. बीते वर्षों में यह क्षेत्र सुर्खियों में रहा है. पहली बार यहां 1952 में लोकसभा के लिए मतदान किया गया था.

बशीरहाट से भाजपा सांसद के उम्मीदवार स्यंतन बसु ने बोला कि 100 लोगों को वोट देने से रोका गया. हम उन्हें अपना वोट डालने के लिए ले जाएंगे. पश्चिम बंगाल में सातवें अंतिम चरण में नौ लोकसभा सीटों के लिए प्रातः काल नौ बजे तक 14.22 फीसदी मतदाताओं से अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. मतदान प्रातः काल सात बते प्रारम्भ हुआ शाम छह बजे तक चलेगा. चुनाव को लेकर सुरक्षा के व्यापक बंदोवस्त किये गये हैं.

अंतिम चरण में दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जाधवपुर, कोलकता दक्षिण  कोलकाता उत्तर सीटों पर मतदान हो रहा है. इन नौ लोकसभा क्षेत्रों में कुल 1,49,63,143 मतदाता हैं जो 111 उम्मीदवारों के किस्मत का निर्णय करेंगे.

अंतिम चरण का चुनाव संपन्न होने के बाद जिन प्रमुख उम्मीदवारों का ईवीएम में लॉक हो जाएगा उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सौगत राय, तृणमूल कांग्रेस पार्टी की मौजूदा सांसद काकोली घोष दस्तीदार, बंगला फिल्म अभिनेत्री  नुसरत जहां, तृणमूल युवक कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी, टॉलीवुड की ग्लैमर गर्ल मिमि चक्रवतीर्, मौजूदा तृणमूल कांग्रेस पार्टीसांसद सुदीप  बंदोपाध्याय, भारतीय जनता पाटीर् (भाजपा) के प्रदेश महासचिव राहुल सिन्हा, प्रदेश बीजेपी उपाध्यक्ष एवं नेताजी सुभाषचंद्र बोस के सम्बन्धी चंद्र  कुमार बोस शामिल हैं.

चुनाव आयोग ने मतदान के पूर्व के चरणों में हिंसा की घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में केंद्रीय बलों की करीब 710 कंपनियां तैनात की है. इसके साथ ही प्रदेश में पहली बार विशेष पुलिस पर्यवेक्षक  एक विशेष पर्यवेक्षक की तैनाती की गयी है. इसी तरह इस बार सभी मतदान केंद्रों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ वीवीपैट का भी प्रयोग किया जा रहा है.