ऐसे हुआ पूरा घटनाक्रम
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि कैथेड्रल के पत्थरों में क्रैक आने के बाद इसका रेनोवेशन किया जा रहा था. ऑफिसर आग लगने की घटना को रेनोवेशन से ही जोड़कर देख रहे हैं. पेरिस प्रॉसिक्यूटर कार्यालय ने इस मामले में जांच बिठा दी है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी अपनी सारी बैठकें रद्द कर दीं. उन्होंने फ्रांस के इतिहास में अहम जगह रखने वाले इस स्थल पर आग की घटना को दुखद बताया. हालांकि, उन्होंने यह भी बोला कि दमकलकर्मियों ने कैथेड्रल को व ज्यादा बुरी स्थिति में पहुंचने से बचा लिया.
इस तरह भड़की आग
जानकारी के अनुसार मैक्रों ने कैथेड्रल के पुनर्निर्माण के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फंड जुटाने का भी वादा किया. कैथेड्रल में आग लोकल समयानुसार शाम 6:30 बजे भड़की. कुछ ही मिनटों में इमारत की छत इसकी चपेट में आ गई. इससे लकड़ी का बना पूरा शिखर तबाह हो गया. आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पूरे शहर से दिख रही थीं. आग बुझाने के लिए करीब 500 दमकलकर्मी लगाए गए. कैथेड्रल पर हेलीकॉप्टर से भी पानी डाला गया. करीब चार घंटे बाद दमकल प्रमुख जॉन क्लॉड गाले ने बताया कि मुख्य इमारत को तबाही से बचा लिया गया है.