नोटबंदी के बाद आरबीआई लगातार डिजिटल ट्रॉजैक्शन को दे रही बढ़ावा

वर्ष 2016 में जब नोटबंदी का ऐलान किया गया था तो उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह थी कि लोगों को कैश के इस्तेमाल से रोका जाए और डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दिया जाए। लेकिन नोटबंदी के बाद हाल ही में जो ताजा आंकड़े सामने आए हैं उसके अनुसार कैश का इस्तेमाल बढ़ा है। बता दें कि नोटबंदी से पहले 4 नवंबर 2016 को कुल 17.97 लाख करोड़ रुपए का कैश लोग इस्तेमाल कर रहे थे। लेकिन 15 मार्च को जो आंकड़े सामने आए हैं उसके अनुसार 17.97 लाख करोड़ रुपए का लोग इस्तेमाल कर रहे हैं।

आरबीआई ने जारी किए आंकड़े
अहम बात यह है कि पिछले कुछ समय में डिजिटल ट्रॉजैक्शन में काफी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन बावजूद इसके कैश के इस्तेमाल में कमी नहीं हुई है। पहले जहां तीन लाख करोड़ रुएप का डिजिटल ट्रॉजैक्शन होता था, वह मार्च 2018 में बढ़तकर 18.29 लाख करोड़ रुपए हो गया है। बता दें कि यह आंकड़ा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से जारी किया गया है। 500 और 1000 रुपए के नोट पर पाबंदी के बाद कैश का इस्तेमाल जनवरी 2017 में 9 लाख करोड़ रुपए हो गया था।

चुनाव की वजह से हुई बढ़ोतरी

नोटबंदी के बाद आरबीआई लगातार डिजिटल ट्रॉजैक्शन को बढ़ावा दे रही है जिससे कि कैश के इस्तेमाल में कमी लाई जा सके लेकिन बावजूद इसके कैश के इस्तेमाल में बढ़ोतरी देखने को मिली है। इसकी एक बड़ी वजह यह लोकसभा चुनाव, माना जा रहा है कि आने वाले समय में कैश के इस्तेमाल में और भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। बैंक कर्मी का कहना है कि चुनाव से पहले कैश के इस्तेमाल में बढ़ोतरी होती है। यही नहीं मानसून के दौरान भी कैश का इस्तेमाल बढ़ जाता है।

त्योहार में बढ़ता है कैश का इस्तेमाल

यही नहीं त्योहार के मौके पर भी कैश के इस्तेमाल में बढ़ोतरी देखने को मिलती है। लोग सोना, गाड़ी सहित तमाम चीजों की खरीद के लिए कैश का इस्तेमाल करते हैं, यही वजह है कि कैश के इस्तेमाल में बढ़ोतरी देखने को मिलती है। बता दें कि नोटबंदी के बाद 500 और 1000 रुपए के तकरीबन सभी नोट वापस बैंक में आ गए थे। आरबीआई में कुल 15.417 लाख करोड़ रुपए हुए थे।

एटीएम से निकासी बढ़ी

आरबीआई का कहना है कि 2017-18 की तुलना में रिटेल भुगतान में 45 फीसदी बढ़ोतरी देखने को मिला है। रिटेल भुगतान में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। एटीएम के जरिए कैश के लेन-देन में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह जनवरी 2017 में 200648 करोड़ रुपए था। डेबिट कार्ड के जरिए एटीएम से 295783 करोड़ रुपए जनवरी 2018 में निकाले गए थे। वहीं जनवरी 2019 में 316808 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है।