नीतीश पहली बार इस मीटिंग में होंगे शामिल, जानिए ये है वजह

मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बोला कि 15 जून को पीएम नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग की मीटिंग में वह शामिल होंगे  राज्यहित में जो भी बातें होंगी उसे रखेंगे.

शनिवार को जदयू के सदस्यता अभियान की आरंभ के मौके पर मीडिया से वार्ता में ममता बनर्जी के इस मीटिंग में शामिल नहीं होने के निर्णय पर नीतीश कुमार ने बोला कि हर किसी का अपना विचार है. हम तो मीटिंग में जायेंगे.

प्रशांत किशोर की ममता बनर्जी से मुलाकात पर मुख्यमंत्री ने बोला कि इसपर वही बेहतर बता सकते हैं. इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है. पिछले सितम्बर में जदयू ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का महती जिम्मा दिया, लेकिन उनके मार्गदर्शन में इलेक्शन स्ट्रेटजी से जुड़ा एक संगठन भी कार्य करता है. मुलाकात में क्या बात हुई, वही खुद एक्सप्लेन करेंगे.

एक अन्य सवाल पर नीतीश कुमार ने बोला कि जदयू के केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का चैप्टर क्लोज हो चुका है. नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनी केंद्र की सरकार को हमारा पूर्ण समर्थन है. बिहार में हम मिलजुल कर कार्य कर रहे हैं. किसी प्रकार की कोई गलतफहमी नहीं है. उन्हें पूर्ण बहुमत है. चाहें तो बिना सहयोगी दलों के भी सरकार चला सकते हैं.

इससे पूर्व नीतीश ने पार्टी की सदस्यता अभियान की आरंभ की. उन्होंने पार्टी नेताओं  कार्यकर्ताओं से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जद (यू) से जोड़ने की अपील की. इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह  नीतीश कुमार ने अपने-अपने मतदान केन्द्र के 25-25 मतदाताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई.

मोदी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं होने के निर्णय पर पूछे जाने पर नीतीश ने एकबार फिर बोला कि बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत की सरकार है  सरकार में शामिल होना कोई महत्वपूर्ण नहीं है. उन्होंने कहा, “हम पूरी मजबूती के साथ राजग के साथ हैं, लेकिन सांकेतिक अगुवाई आज भी स्वीकार्य नहीं है. अगले वर्ष विधानसभा चुनाव है, जद (यू)  बीजेपी मिलकर कार्य कर रहे हैं  आगे भी करते रहेंगे. इसमें किसी को भ्रम में नहीं पड़ना चाहिए.