नीतीश को बीजेपी से हुई ये बड़ी परेशानी, जानिए ये है वजह

बिहार में एनडीए में दरार की खबरें हैं, लेकिन दोनों ही दल सब कुछ अच्छा रहने का दाव कर रहे

नीतीश कुमार की नाराजगी की बात में केन्द्र में 2 मंत्री नहीं मिलने के लेकर सामने आई

बिहार कैबिनेट विस्तार में भी 8 नए मंत्री बनाए गए, लेकिन भाजपा को स्थान नहीं मिली

जेडीयू से जुड़े सूत्रों का बोलना है कि नीतीश कुमार इस वक्त किसी जल्दबाजी में नहीं हैं

नई दिल्ली 
बिहार के मुख्यमंत्री  जेडीयू सुप्रीमो नीतीश कुमार खुद को असहज क्यों महसूस कर रहे हैं? क्या बिहार में उनकी सियासी प्रासंगिकता पर सवाल उठने लगे हैं. ये सवाल तब उठे हैं, जब केन्द्र में नरेंद्र मोदी की प्रतिनिधित्व वाली एनडीए सरकार में जेडीयू को अपने हिसाब से मंत्री पद नहीं मिला. जेडीयू ने 2 पद मांगे थे, लेकिन मिल रहा था एक. ऐसे में पार्टी ने कैबिनेट में शामिल होने से मना कर दिया  बोला कि एनडीए में रहते हुए वह केन्द्र में कभी भी मंत्री पद नहीं लेगी.

कैबिनेट विस्तार में नीतीश ने की भाजपा की अनदेखी 
इसके अगले ही दिन नीतीश ने बिहार में 8 नए मंत्री बनाए  इसमें भाजपा का कोई चेहरा नहीं था. दोनों तरफ से सफाई आई कि ये पद जेडीयू कोटे के थे. भाजपा अपना कोटा बाद में भरेगी. दोनों दलों के नेता गठबंधन को मजबूत  स्थिर बता रहे हैं. हालांकि बिहार में दशा जिस तरह से बदल रहे हैं, उससे यही इशारा जा रहा है कि नीतीश पूरी तरह से सहज नहीं हैं.