नसीरुद्दीन शाह ने कहा, मैं उस देश के बारे में चिंताओं को व्यक्त कर रहा हूं जिसे मैं प्यार करता हूं

मशहूर फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने कहा है कि मॉब लिंचिंग और कट्टरता को लेकर उन्होंने जो कहा वो एक भारतीय की चिंता है। भारत में मॉब लिंचिंग की घटनाएं और कट्टरता बढ़ने को लेकर दिए बयान पर कुछ संगठनों और राजनीतिक पार्टियों की आलोचना का सामना कर रहे शाह ने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा कि मुझे गद्दार कहा जाए। शाह ने शुक्रवार को कहा, मैंने जो कुछ भी कहा वो एक चिंतित भारतीय के तौर पर कहा। ऐसा मैंने क्या कहा था कि मुझे गद्दार कहा जा रहा है।

मैं अपनी चिंता को बता रहा हूं, अपराध नहीं कर रहा

नसीरुद्दीन शाह ने कहा, मैं उस देश के बारे में चिंताओं को व्यक्त कर रहा हूं जिसे मैं प्यार करता हूं, वह देश जो मेरा घर है। एक नागरिक के लिए यह अपराध कैसे हो सकता है। अगर कहीं कोई शराबी दिखेगी तो आलोचना तो होगी और जिम्मेदार लोगों को आलोचना सहनी भी पड़ेगी। ऐसा कैसे मुमकिन है कि आलोचना ना हो।

ये बोले थे नसीरुद्दीन शाह

अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि कई जगहों पर एक गाय की मौत को एक पुलिस अधिकारी की हत्या से ज्यादा तवज्जो दी गई। जहर फैलाया जा चुका है और अब इसे रोक पाना मुश्किल होगा। इस जिन्न को वापस बोतल में बंद करना मुश्किल होगा। कानून को अपने हाथों में ले रहे हैं, उन्हें खुली छूट दे दे गई है। आज बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता होती है। नसीरुद्दीन शाह ने ‘कारवां-ए-मोहब्बत इंडिया’ को ये इंटरव्यू दिया है जो सोमवार को यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया गया।

कई संगठनों ने उठाए सवाल

अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के बयान को कई दक्षिणपंथी संगठनों ने बिल्किल गलत और देश का अपमान करने वाला कहा है। कुछ लोगों ने उनके लिए ‘गद्दार’ जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने भी नसीरुद्दीन शाह के बयान पर असहमति जताते हुए इसे गैर जिम्मेदार करार दिया है। अल्पसंख्यक आयोग के अध्य्क्ष गय्यरुल हसन ने कहा है कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारतीय अभिनेता नसीरूद्दीन शाह के बयान से इत्तिफाक नहीं रखता क्योंकि पूरे भारत में शांति और एकता का माहौल है।