कहते हैं अगर किसी कार्य को शिद्दत से किया जाए तो वह हर हाल में पूरा होकर रहता है। हो सकता है मंजिल को पाने के लिए आपको मशक्कत करनी पड़े, लेकिन मन में ठान लो तो कार्य पूरा हो ही जाता है। इंसान का जज्बा व सपना उसकी आयु को नहीं देखता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है पुणे के हाजीक काजी ने।
देश-दुनिया में बढ़ते प्रदूषण के बीच 12 वर्षीय हाजिक काजी ने समुद्र में प्रदूषण कम करने वाली शिप को डिजाइन किया है। काजी ने इस शिप को ERVIS का नाम दिया है। न्यूज एजेंसी ANI से वार्ता के दौरान काजी ने कहा, ‘मैंने कुछ डॉक्यूमेंट्री को देखा व महसूस किया कि समुद्री ज़िंदगी पर अपशिष्ट का असर पड़ता है। मुझे लगा कि मुझे कुछ करना है।
काजी ने कहा, ‘हम जिस मछली को खाने के तौर पर खा रहे हैं, वह समुद्र में प्लास्टिक खा रही है। यानि की प्रदूषण का चक्र वापस हमारे ही सामने आता है व मनाव ज़िंदगी को प्रभावित करता है। ‘ उन्होंने कहा, ‘ERVIS तश्तरी समुद्र में बेकार पड़े कचरे को चूसने के लिए सेंट्रिपेटल बल का उपयोग करती है, जिसके बाद में पानी, समुद्री ज़िंदगी व कचरे को अलग कर दिया जाता है। समुद्री ज़िंदगी व पानी को वापस समुद्र में भेज दिया जाता है, जबकि कचरे को पांच व भागों में अलग किया जाता है। ‘