धर्म संसद में शामिल होंगे संघ प्रमुख मोहन भागवत

विश्व हिन्दू परिषद की दो दिवसीय धर्म संसद आज से शुरू हो रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत बुधवार को प्रयागराज कुंभ इलाके में पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि वह 2 दिन तक चलने वाले विश्व हिंदू परिषद के धर्म संसद में शिरकत करेंगे।

21 फरवरी को राम जन्मभूमि निर्माण के लिए मंदिर का शिलान्यास करने की स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की घोषणा के बाद इस मामले पर सबकी नजर है।

विश्व हिंदू परिषद अयोध्या के मामले पर धर्म संसद में किस तरह का प्रस्ताव लाती है और विश्व हिंदू परिषद का मंदिर निर्माण के लिए किस तरह का एजेंडा तैयार करके लोगों के सामने पेश किया जाता है।

कुंभ मेले में पहुंचे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अक्षय वट का दर्शन करने के साथ-साथ साधु संतों से भी मुलाकात की। मेले में भाग लेने के लिए विश्व हिंदू परिषद की तैयारी पूरी हो चुकी है। बताया जा रहा है कार्यक्रम में भाग लेने के लिए विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार, एसके कोकजे, मिलिंद परांडे, उपाध्यक्ष चंपत राय समेत सभी प्रमुख पदाधिकारी मेला परिसर में पहले ही पहुंच चुके हैं।

विश्व हिंदू परिषद की धर्म संसद में विभिन्न साधु संतों के शामिल होने और अपने विचार रखने की संभावना है। इसमें स्वामी वासुदेवानंद, स्वामी अवधेशानंद गिरी, स्वामी चिदानंद, योग गुरु बाबा रामदेव, रामानंदाचार्य, हंस देवाचार्य, सतपाल महाराज, निंबार्काचार्य, गोविंद जी महाराज, साध्वी रितंभरा, राम कमल वेदांती, विश्व देवाचार्य, वियोगानंद, महामंडलेश्वर उमाकांतानंद, जैन मुनि कपिल, तिब्बती गुरु रिक कोचे, वाल्मीकि समाज के गुरु उमेश नाथ के साथ साथ विभिन्न अखाड़ों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है।