दो लड़कियों की गलती के कारण यूपी के भिखारियों पर गिरी गाज, अब जो भीख मंगते पकड़ा…

सर्वे के बाद आगरा पुलिस ने सड़क और मुख्य बाज़ारों में भिखारियों को पकड़ने का अभियान छेड़ दिया. एसएसपी बबलू कुमार ने सभी थाना इंचार्ज को अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. अभियान के तहत ऐसे लोगों की तलाश भी की जा रही है जो बच्चों से भीख मंगवाते हैं.

अभियान के तहत पुलिस अभी तक 14 बच्चों को गिरफ्त में लेकर उन्हें बाल सुधार गृह भेज चुकी है. कई ऐसे बच्चे भी भेजे गए हैं जो कुछ लोगों के कहने पर भीख मांग रहे थे.

पुलिस को दो लड़कियां (8 और 6 साल) बैसाखी के सहारे जाती दिखीं. लड़कियों को देखकर पुलिस ने आवाज लगाई. पुलिसकर्मी की आवाज सुनते ही दोनों लड़कियों (Girls) ने अपनी बैसाखी वहीं सड़क पर फेंक दी और दौड़ने लगीं. दौड़ी भी इतनी तेज कि उन्हें पकड़ने में पुलिस के पसीने छूट गए. इसी तरह से एक बच्चा लकड़ी की एक छोटी सी गाड़ी पर बैठकर उसे हाथों से धकेल रहा था. जब पुलिस ने रोका तो गाड़ी को वहीं छोड़ वो भी भागने लगा, लेकिन पुलिस ने कुछ ही दूरी पर उसे भी पकड़ लिया.

 

हाल ही में आगरा के एक सोशल और आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस ने शहर के कुछ चौराहों पर एक सर्वे किया था. सर्वे में 45 ऐसे बच्चे सामने आए थे जो भीख मांग रहे थे. कोई बैसाखी से चल रहा था तो कोई हाथ में प्लासटर बांधा हुआ था, किसी ने चोट वाली पट्टी बांध रखी थी तो कोई नंगे बदन कपड़े से गाड़ियों को साफ कर रहा था. नरेश पारस ने यह रिपोर्ट स्थानीय स्तर पर पुलिस को सौंपने के साथ ही लखनऊ में आला अफसरों को भी भेज दी थी.