देशभर में बदलने लगा मौसम , कल तक इन राज्यों में पहुंचेगा मानसून

मानसून की शुरुआत तब होती है जब दक्षिण-पश्चिम मानसून पहली बार केरल के दक्षिणी सिरे से टकराता है. केरल में सामान्य रूप से मानसून एक जून को दस्तक दे देता है और इसके साथ ही देश में चार महीने तक चलने वाले बारिश के मौसम की शुरुआत हो जाती है.

आमतौर पर मानसून 1 जून को केरल तट से टकराता है. लेकिन कर्नाटक में चक्रवात (Cyclone) के चलते इस साल मानसून की चाल प्रभावित हुई है. इस साल मानसून के सामान्य रहने का अनुमान है और ये संभावना 40 फीसदी है जबकि 21 फीसदी संभावना सामान्य से ऊपर है. जून से लेकर सितंबर तक बारिश के आसार जताए गए हैं.

मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के मजबूत होने के चलते अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों ( Northeastern States ) में बारिश के आसार बन रहे हैं. 4 से 6 जून के दौरान अरुणाचल प्रदेश में और 3 से 7 जून के दौरान असम और मेघालय और 5 और 6 जून को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है.

वहीं, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के चलते अगले 2-3 दिनों के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के कुछ हिस्सों और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों में गरज के साथ छिटपुट बारिश तेज हवाएं चलने की संभावना है. अगले 3 दिनों के दौरान केरल और कर्नाटक में भी भारी बारिश की संभावना है.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा, “मानसून के शनिवार तक दक्षिण अरब सागर के बाकी हिस्सों, मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों और केरल और लक्षद्वीप के बाकी हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है.

5 जून तक इस साल का मानसून तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ और हिस्सों, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों, रायलसीमा, और दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों को कवर कर सकता है.”

देशभर में मौसम बदलने लगा है और दो दिन की देरी के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून (Southwest Monsoon) ने गुरुवार को केरल (Kerala) में दस्तक दे दी है, जिसके बाद देश में चार महीने के बारिश के मौसम (Rainy Season) की शुरुआत हो गई है.

मौसम विभाग ने कहा कि अब आज या कल में मानसून का असर तमिलनाडु और पुडुचेरी, तटीय और दक्षिणी कर्नाटक, रायलसीमा और बंगाल की खाड़ी के मध्‍य और दक्षिणी भाग में देखने को मिलेगा.