देशभक्ति की भावना के साथ इस देश में मनाया गया 70वां गणतंत्र दिवस

विभिन्न देशों में स्थित भारतीय दूतावासों में शनिवार को भारत का 70वां गणतंत्र दिवस उत्साह और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया तथा भारतीय लोगों ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया। रूस की राजधानी मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास द्वारा गणतंत्र दिवस पर आयोजित समारोह में 500 से अधिक भारतीय, भारतीय मूल के लोग और रूसी नागरिक शामिल हुए। रूस में भारत के राजदूत वेंकटेश वर्मा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। जिसके बाद राष्ट्रगान गाया गया।

राजदूत ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के राष्ट्र के नाम संदेश को पढ़ा। इस मौके पर रूस में व्यापक रूप से प्रसारित होने वाले अखबार ‘रासिसकाया गजेटा’ ने भारतीय दूतावास के सहयोग के साथ भारत पर एक विशेष संस्करण निकाला। चीन की राजधानी बीजिंग में भारतवंशी समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में भारतीय दूतावास में गणतंत्र दिवस मनाया।

चीन में भारत के नये राजदूत विक्रम मिस्री ने तिरंगा फहराया और राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा। दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत विपुल ने वाणिज्य दूतावास में तिरंगा फहराया।

राजपथ पर ये रहा खास

इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में बहुत कुछ नया और पहली बार देखने को मिला। शनिवार को राजपथ पर पहली बार जहां आजाद हिंद फौज (आईएनए) के चार सेनानी परेड का हिस्सा बने तो 183 साल पुरानी असम राइफल के महिला दस्ते ने अपना दमखम दिखाया। वहीं पहली बार भारतीय वायुसेना के एक विमान ने उड़ान के लिये पारंपरिक एवं जैव ईंधन के मिश्रण का इस्तेमाल किया।
हाल में अमेरिका से खरीदी गयी अल्ट्रा लाइट होवित्जर तोप एम777 और सेल्फ प्रोपेल्ड तोप के-9 वज्र भी इस साल झांकी का हिस्सा बनीं। आईएनए के चार पूर्व सेनानी एक खुली जीप में सवार थे। सेनानियों की उम्र 90 साल से ज्यादा है। उनकी जीप पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की श्वेत श्याम तस्वीर लगी थी।

राजपथ पर होने वाली परेड के मुख्य आकर्षणों में 58 जनजातीय अतिथि, विभिन्न राज्यों और केंद्र सरकार के विभागों की 22 झाकियां और विभिन्न स्कूलों के छात्रों द्वारा दी जाने वाली प्रस्तुतियां हुईं। इस बार दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।