दुल्हन बिना फेरे लिए पहुच गयी ससुराल, जानिए ये है हैरान कर देने वाली वजह

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में बारात में दावत को लेकर टकराव हुआ तो दुल्हन बिना फेरे लिए कार में बैठकर ससुराल चली गई. हालांकि बाद में दोनों ने भोगांव के शिव मंदिर में दोनों की विवाह की. फिल्मी अंदाज में ये अनोखी विवाह मंगलवार को हुई. अजंट सिंह राजपूत के पुत्र भानुप्रताप की विवाह आज्ञाराम की पुत्री मंजू के साथ तय हुई थी. 13 मई को भानुप्रताप

बारात लेकर नगला बाले पहुंच गया. वहां बारात का स्वागत सत्कार हुआ. इसी दौरान भोजन के टकराव में घराती और बाराती आपस मे भिड़ गए. बात बढ़ी तो लड़की के पिता आज्ञाराम ने विवाह करने से मना कर दिया. इसके बाद दूल्हा भानू प्रताप ने दुल्हन मंजू से फोन पर बोला कि हम लोग जा रहे हैं, तुम्हें विवाह करनी है तो आ जाओ.

उस समय मंजू ब्यूटी पार्लर पर थी. उसने फोन से पिता से बात की तो उन्होंने विवाह से मना कर दिया. इसके बाद मंजू ने फोन करके भानुप्रताप को बुला लिया  उसके साथ बिना फेरे लिए ही चली आई. दूल्हा पक्ष दुल्हन के साहस से दंग था. गांव के लोग भी चर्चाओं में मशगूल थे.

सवाल उठा कि बिना फेरे दुल्हन को मान्यता कैसे मिलेगी. बात बढ़ी तो संबंधियों के साथ मिलकर घर वालों ने मंदिर में विवाह कराने का निर्णय कर लिया. वर पक्ष के परिजन सम्बन्धी मंदिर पहुंचे  दोनों के फेरे करा दिए.