दिल्ली में आई ये बड़ी आफत, सांस लेने में हो रही लोगों को दिक्कत

दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400, फरीदाबाद में 311, गाजियाबाद में 425, ग्रेटर नोएडा में 373, गुरुग्राम में 342 और नोएडा में 381 को पार कर गया। शुक्रवार को भी उत्तर पश्चिमी दिशा में हवाएँ चल रही हैं।

ये हवाएँ 14 नवंबर तक राजधानी को प्रदूषित करेंगी। 14 नवंबर को प्रदूषण का स्तर कुछ समय के लिए गंभीर स्थिति तक पहुंच सकता है। इसके बाद, 15 नवंबर की दोपहर से पूर्व से स्पष्ट हवाएं आएंगी।

जिसके कारण प्रदूषण में फिर से सुधार होने की उम्मीद है। वहीं, 16 नवंबर को वेस्टर्न डिस्ट्रेस बैंस की वजह से कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।

तेज हवाओं के कारण पराली के धुएं का असर पिछले दो दिनों से दिल्ली पर नहीं पड़ा था, लेकिन अब उत्तर पश्चिमी हवाओं के कारण एक बार फिर से पराली का धुआं उठने लगा है।

दिल्ली में हवाओं का रुख बदलते ही प्रदूषण परेशान करने लगा है। शनिवार को, दिल्ली में वायु की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में वापस आ गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक शनिवार सुबह 400 को पार कर गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।

यात्रा के अनुसार, राजधानी में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब बना हुआ है। शनिवार को इसमें गिरावट आ सकती है। वहीं, अगर इस बार भी दिवाली पर पटाखे नहीं जलाए गए, तो प्रदूषण का स्तर कम ही रहेगा।